Flood in Bihar: नदियों के बढ़ते जल स्तर से कई जिलों में हाइ अलर्ट, किसी भी स्थिति से निबटने को तैयार प्रशासन
Flood in Bihar नेपाल के तराई क्षेत्र में एवं उत्तर बिहार के कई जिलों में लगातार हो रही वर्षा के कारण पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज एवं दरभंगा में जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है.
पटना : नेपाल के तराई क्षेत्र में एवं उत्तर बिहार के कई जिलों में लगातार हो रही वर्षा के कारण पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज एवं दरभंगा में जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है. इन जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. सरकार ने जिला प्रशासन को किसी भी प्रतिकूल स्थिति से निबटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. बेतिया–नरकटियागंज मार्ग में चनपटिया के पास सिकहरना नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी के कारण पानी सड़क पर ओवरटॉप कर रहा है. सभी जिलों में राहत और बचाव कार्य जारी है. प
बाढ़ के कारण पूर्वी चंपारण के चार प्रखंडों की 25 पंचायतों में 30,062, पश्चिमी चंपारण में चार प्रखंडों की 15 पंचायतों में 95 हजार, गोपालगंज जिले में पांच प्रखंडों की 19 पंचायतों में 28,376 लोग बाढ़ से पीड़ित हैं, जबकि दरभंगा में सात प्रखंडों की 80 पंचायतों में लगभग तीन लाख की जनसंख्या पीड़ित है. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सभी जिला प्रशासन युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य में लगा हुआ है. पश्चिमी चंपारण में गंडक नदी का बगहा में चार लाख 40 हजार क्यूसेक डिस्चार्ज को देखते हुए जिला प्रशासन ने हाइ अलर्ट कर दिया है. जिलाधिकारी द्वारा इंजीनियरों के साथ सभी तटबंधों का देर रात तक निरीक्षण किया गया. माइकिंग के जरिये लोगों को सचेत कर उन्हें सुरक्षित चिह्नित स्थानों पर पहुंचाया गया.
जिला प्रशासन पूर्वी चंपारण प्रभावित लोगों की मदद के लिये पूरी तरह तत्पर है. जिले में 12 सामुदायिक रसोई चल रही है, जिसमें 12,234 लोग प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं. जिला प्रशासन ने 49 नावें उपलब्ध करायी हैं. 240 पॉलिथिन शीट्स वितरित किये गये हैं. लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है. एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की दो टीमें तैनात हैं, जो 24 घंटे स्थिति पर निगरानी रख रही हैं. गोपालगंज जिले में अवस्थित 84 किलोमीटर लंबे बांध की निगरानी हेतु 24 घंटे मजिस्ट्रेट और इंजीनियरों की तैनाती की गयी है. तीन राहत शिविरों की व्यवस्था की गयी है. 13 सामुदायिक किचेन चलाये जा रहे हैं.
160 नावों की व्यवस्था
दरभंगा के बाढ़ग्रस्त लोगों की मदद के लिए 98 सामुदायिक रसोई चलायी जा रहा है. इसमें 15,586 लोग प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं. पीड़ित लोगों के बीच 2,217 पॉलिथिन शीट्स वितरित किये गये हैं. 160 नावों की व्यवस्था की गयी है. पशुओं के लिये भी चारे का पर्याप्त इंतजाम किया गया है. लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है. सामुदायिक किचेन के संचालन में सोशल डिस्टैंसिंग एवं मास्क का पालन अनिवार्य रूप से किया जा रहा है. जिले के सभी वरीय पदाधिकारी दिन–रात कार्यर्यों की मानीटरिंग कर रहे हैं. एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की तीन टीमें तैनात हैं.