Bihar Flood: बिहार के 11 जिलों में बाढ़ से बिगड़े हालात, 5 लाख से अधिक लोग संकट में घिरे

Bihar Flood: बिहार में बाढ़ से हालात अब बिगड़ने लगे हैं. कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. जानिए क्या है ताजा स्थिति...

By ThakurShaktilochan Sandilya | September 21, 2024 9:10 AM
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Bihar Flood: बिहार में बाढ़ से हालात फिर एकबार बिगड़े हैं. नदियों के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. सूबे के हालात बिगड़ता देखकर एहतियातन एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती आधा दर्जन जिलों में कर दी गयी है. निचले इलाकों में पानी बढ़ने के बाद अब लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं. वहीं गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने गंगा किनारे के जिलों की समीक्षा की. बताया कि 11 जिलों के लगभग 5.35 लाख प्रभावित हैं. वहीं बाढ़ के दौरान डूबने से भी मौत की संख्या बढ़ी है. नाव हादसे फिर से होने लगे हैं.

11 जिलों में 5 लाख से अधिक लोग प्रभावित

आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गंगा किनारे के जिलों के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान पाया कि गंगा किनारे बसे अधिकांश जिलों के निचले इलाके में गंगा नदी का पानी फैल जाने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. 11 जिलों की 259 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत लगभग 5.35 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. 11 जिलों की 259 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत लगभग 5.35 मदद पहुंचायी जा रही है. कई लोगों की मौत भी बाढ़ से हो चुकी है.

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बाढ़ से मौत का भी सिलसिला जारी, सरकारी आंकड़े सामने आए

सरकारी आंकड़े बताते हैं कि बाढ़ग्रस्त इलाकों में बक्सर के 1780, भोजपुर 70234, सारण में 76019, वैशाली में 94600, पटना में 93000, समस्तीपुर में 7600, बेगूसराय में 45000, लखीसराय में 45000, मुंगेर में 81363, खगड़िया में 19770 और भागलपुर में 1192 लोग प्रभावित है. वहीं, अबतक पांच लोगों ने बाढ़ में जान गंवायी है. हालांकि मौत के अधिक मामले सामने आए हैं.

सीएम नीतीश कुमार ने हवाई सर्वेक्षण किया

इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना और वैशाली जिले में गंगा नदी के जल स्तर का हवाई सर्वेक्षण किया, साथ ही बाढ़ आने पर प्रभावितों को पूरी सहायता का अधिकारियों को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार सभी जिलों और संबद्ध विभागों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिये गये हैं, इसका अक्षरश: पालन सुनिश्चित किया जाये. अभियंता पूरी तरह अलर्ट रहें और वरीय पदाधिकारी स्थल पर कैंप करते रहें.

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