मधुबनी : नेपाल की तराई क्षेत्र सहित क्षेत्र में रुक-रुक कर हो रही बारिश से कोसी नदी कमला, भूतही बलान नदी एवं गेहुमा नदी के जलस्तर में शुक्रवार को वृद्धि देखी गयी. जलस्तर में वृद्धि होने के साथ ही कोसी नदी के बाढ़ का पानी कोसी दियारा क्षेत्र के गांवों के निचले इलाके एवं बघारों में फैलने लगा है.
नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से ही गढ़गांव पंचायत के गढ़गांव, भवानीपुर, मैनाही, परियाही, असुरगढ़, गोबरगढ़ा, बगेबा आदि गांव के निचले इलाके एवं नदी के किनारे बसे लोगों में दहशत व्याप्त है़. बारिश से मिथिला के लोगों का कलेजा दरक रहा है.
वहीं, जयनगरअपर समाहर्ता अजय कुमार, जल संसाधन विभाग के अभियंता संजय कुमार सिंह, सीओ जयनगर संतोष कुमार, बाढ़ नियंत्रण अवर प्रमंडल जयनगर के सत्येंद्र कुमार, कनीय अभियंता संगम पटेल सहित प्रशासनिक एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को कमला पुल के पास नदी के तटबंधों का जायजा लिया.
नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र और उत्तर बिहार में हो रही बारिश से बागमती, लालबकेया, कोसी, कमला जैसी नदियों का जलस्तर तेजी बढ़ाने लगा है. इससे कई इलाकों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. पूर्वी चंपारण के पताही में बागमती और लालबकेया का पानी शिवहर-मोतिहारी पथ पर चार फीट बह रहा है. बाढ़ का पानी पताही प्रखंड के आधा दर्जन गांवों में फैल गया है. इससे हजारों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गयी है. परवल और केला को भी नुकसान हुआ है. उधर, बागमती का जलस्तर सीतामढ़ी के कटौझा 77 सेमी, ढेंग में 82 व सोनाखान में 36 सेमी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा था.
कोसी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में विगत तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से कोसी नदी उफान पर है. नदी के जलस्राव में लगातार वृद्धि हो रही है. बीते 24 घंटों के अंदर कोसी नदी के डिस्चार्ज में करीब 01 लाख क्यूसेक की वृद्धि दर्ज की गयी है. मालूम हो कि गुरुवार को कोसी नदी का डिस्चार्ज करीब डेढ़ लाख क्यूसेक दर्ज किया गया था. जबकि शुक्रवार की शाम 06 बजे वीरपुर बराज पर कोसी का डिस्चार्ज 02 लाख 52 हजार 935 क्यूसेक दर्ज किया गया. वहीं नेपाल स्थित बराह क्षेत्र में भी नदी का जलस्राव 02 लाख 34 हजार 750 क्यूसेक अंकित किया गया.