गंगा का उफान थमने से पटना शहर पर से टला बाढ़ का खतरा, 47 पंचायतों के 79576 परिवार अबतक प्रभावित
पटना शहर पर से बाढ़ का खतरा टल चुका है. उफनती गंगा नदी शनिवार देर शाम तक पटना शहर के पास खतरे के निशान से नीचे चली गयी है. जल संसाधन विभाग के बाढ़ नियंत्रण कक्ष से मिली सूचना के मुताबिक दोपहर तीन बजे तक पटना में गंगा नदी मनेर में 51.05 मीटर के जल स्तर के साथ बह रही थी.
पटना शहर पर से बाढ़ का खतरा टल चुका है. उफनती गंगा नदी शनिवार देर शाम तक पटना शहर के पास खतरे के निशान से नीचे चली गयी है. जल संसाधन विभाग के बाढ़ नियंत्रण कक्ष से मिली सूचना के मुताबिक दोपहर तीन बजे तक पटना में गंगा नदी मनेर में 51.05 मीटर के जल स्तर के साथ बह रही थी. यहां पर खतरे का निशान 52.00 मीटर है.
दीघा घाट में गंगा का जल स्तर शनिवार को 49.73 मीटर था. यहां खतरे का निशान 50.45 मीटर है. गांधी घाट पर भी तीन बजे तक गंगा का जल स्तर 48.65 मीटर था. यहां खतरे का निशान 48.60 मीटर है. प्राप्त सूचना के मुताबिक शनिवार रात तक यहां भी जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ चुका है.
फतुहा के कटैया घाट में गंगा का जल स्तर तीन बजे तक 47.52 मीटर था. यहां खतरे का निशान 47.40 मीटर है. प्राप्त सूचना के मुताबिक यहां भी शनिवार देर रात तक पानी खतरे के निशान से नीचे आ गया था. दूसरी ओर सोन नदी भी खतरे के निशान से नीचे बह रही है. इंद्रपुरी में सोन नदी का खतरे का निशान 108.20 मीटर है, जबकि नदी यहां पर 102.30 मीटर के जल स्तर के साथ शनिवार दोपहर तीन बजे तक बह रही थी. कोईलवर में सोन नदी का खतरे का निशान 55.52 मीटर है, यहां 51.37 मीटर के जलस्तर के साथ नदी बह रही थी.
पटना में आयी बाढ़ में अब तक 47 पंचायतें प्रभावित हो चुकी हैं. इसमें 21 पूर्ण रूप से और 26 पंचायत आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं. इनमें कुल प्रभावित वार्ड की संख्या 395 है. वहीं, कुल 79576 परिवारों के 323397 लोग बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं. पटना जिला प्रशासन की ओर से जारी इन आंकड़ों के मुताबिक बाढ़ आने के बाद से जिले में 240 नावों का परिचालन किया जा रहा है.
दूसरी ओर बाढ़ पीड़ितों के बीच जिला प्रशासन के द्वारा राहत सामाग्रियों का भी वितरण हो रहा है. शनिवार को 1510 पीस पॉलिथीन का वितरण किया गया. जिले में अब तक 23665 पीस पॉलीथीन बांटी जा चुकी हैं. सूखे राशन का वितरण अब तक 76813 पैकेट किया जा चुका है. शनिवार को ही जिले में 5263 पैकेट राशन बांटा गया.
जिले के बाढ़ पीड़ित इलाकों में शनिवार को 76.04 क्विंटल पशु चारा बांटा गया. जिले में अब तक 1734.19 क्विंटल पशु चारा बांटा जा चुका है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में कैंप लगाकर पशुओं का इलाज भी किया जा रहा है. जिले के 4568 पशुओं का इलाज इन कैंपों में हो चुका है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan