बिहार: बाढ़ का पानी उतरने के साथ ही बढ़ने लगे डायरिया के मामले, महामारी से लड़ने की तैयारी में जुटी सरकार
बिहार में बाढ़ का प्रकोप जारी है. इस बार बाढ़ के कारण लोगों को अधिक परेशानी झेलना पड़ा है. राज्य की प्रमुख नदियों में बढ़े जलस्तर के कारण बाढ़ का पानी रिहाइशी इलाकों में प्रवेश कर गया. हालांकि बाढ़ का पानी अब उतरने लगा है. लेकिन इलाकों से पानी के निकलते ही डायरिया का प्रकोप शुरू हो गया है.
बिहार में बाढ़ का प्रकोप जारी है. इस बार बाढ़ के कारण लोगों को अधिक परेशानी झेलना पड़ा है. राज्य की प्रमुख नदियों में बढ़े जलस्तर के कारण बाढ़ का पानी रिहाइशी इलाकों में प्रवेश कर गया. हालांकि बाढ़ का पानी अब उतरने लगा है. नदियों में उफान भी अब शांत है. लेकिन इलाकों से पानी के निकलते ही डायरिया का प्रकोप शुरू हो गया है.
पटना और भागलपुर समेत कई जिलों के अनेकों इलाके हाल के दिनों से जलमग्न हैं. लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. पानी घरों के अंदर प्रवेश कर चुका है. वहीं अब जब पानी बाहर निकलना शुरू हो गया है तो नयी परेशानी सामने आ गयी है. पटना जिले के 12 प्रखंडों में डायरिया का संकट पैदा होता दिख रहा है. जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग की परेशानी भी बढ़ गयी है.
बाढ़ का पानी निकलने के साथ ही पटना के कई इलाकों में डायरिया के मरीज मिलने शुरू हो गये हैं. स्वास्थ्य विभाग ने अभी से चुस्ती बढ़ा दी है और 23 क्विक रिस्पांस मेडिकल टीम का गठन भी कर दिया है. अस्पताल के प्रभारियों और अधीक्षक को अलर्ट कर दिया गया है. बाढ़ प्रभावित अस्पतालों में तैनात डाक्टरों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है.
पटना डीएम ने सभी क्षेत्रों के चिकित्सा प्रभारियों को निर्देश दिया है कि ऐंबुलेंस व्यवस्था को ठीक रखे. बच्चों की स्थिति पर खास मॉनिटरिंग के लिए कहा गया है. ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव भी शुरू कर दिया गया है.
लोगों से खास अपील की गयी है कि उन्हें अगर किसी इलाके में डायरिया फैलने की जानकारी मिलती है तो संबंधित पीएचसी को सूचित कर दें. जिला नियंत्रण कक्ष के टेलीफोन नंबर 0612- 2219810 पर सूचना भी दे सकते हैं.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan