Bihar Flood: नेपाल की बारिश का बिहार में दिखने लगा असर, गंडक नदी उफान पर…

Bihar Flood गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर को लेकर डीएम मोहम्मद मकसूद आलम खुद मॉनीटरिंग कर रहे हैं. डीएम ने सभी अंचल अधिकारियों को अपने-अपने इलाके में तटबंध के अंदर बसे गांव में लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया है.

By RajeshKumar Ojha | July 6, 2024 7:18 PM

Bihar Flood नेपाल में भारी बारिश और वाल्मीकिनगर बराज से पानी डिस्चार्ज किये जाने से गंडक नदी उफान पर है. नदी की उफनती धारा तबाही मचा सकती है. जल संसाधन विभाग ने गंडक नदी के लिए अगले 48 घंटे का समय अहम बताया है. नेपाल से साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी आने की संभावना है. शनिवार की सुबह में छह बजे डिस्चार्ज लेवल 88 हजार था, लेकिन शाम होते ही बराज से पानी के डिस्चार्ज का लेवल दोगुना हो गया.

दोपहर में 12 बजे एक लाख 61 हजार क्यूसेक मापा गया, जबकि शाम के चार बजे ढाई लाख क्यूसेक के आसपास मापा गया. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से गंडक नदी के निचले इलाके में बसे ग्रामीणों को अलर्ट करते हुए ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए अपील की जा रही है. शनिवार को सदर अंचल के सीओ गुलाम सरवर द्वारा माइकिंग कर लोगों को संभावित बाढ़ के मद्देनजर माल मवेशियों को लेकर अलर्ट रहने और ऊंचे स्थानों पर शरण लेने के लिए अपील की जा रही थी. जल स्तर बढ़ने से कुचायकोट प्रखंड से लेकर सदर प्रखंड, मांझा, बरौली, सिधवलिया और बैकुंठपुर इलाके के तटबंध के अंदर बसे गांव पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. भसही, सिपाया, भगवानपुर, विशुनपुर, पतहरा, टंडसपुर समेत अन्य इलाकों में तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गयी है.

डीएम खुद कर रहे मॉनीटरिंग

गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर को लेकर डीएम मोहम्मद मकसूद आलम खुद मॉनीटरिंग कर रहे हैं. डीएम ने सभी अंचल अधिकारियों को अपने-अपने इलाके में तटबंध के अंदर बसे गांव में लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया है. साथ ही माल-मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर कैसे पहुंचानी है, इसकी जानकारी ली है. डीएम ने तटबंधों पर 24 घंटे निगरानी रखने को कहा है.

कुचायकोट की पांच पंचायतों में अलर्ट

कुचायकोट. कुचायकोट प्रखंड में गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर को लेकर स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने के लिए अपील की है. प्रखंड के काला मटिहनियां, दुर्ग मटिहनियां, सलेहपुर, टोला सिपाया व रामपुर माधो का इलाका बाढ़ग्रस्त माना जाता है. इन इलाकों के तटबंधों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है

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मांझा प्रखंड के इन इलाकों में खतरा

मांझा. गंडक नदी के बढो जलस्तर को लेकर मांझा प्रखंड में कई ऐसे पंचायत हैं, जो बाढ़ग्रस्त हैं. गोपालगंज प्रखंड में कटघरवां, विशुनपुर पूर्वी, विशनुपुर पश्चिमी, बरईपट्टी, जादोपुर दु:खहरण, रामपुर टेंगराही व जगीरी टोला है, तो मांझा में निमुईया, भैंसही, गौसिया, पुरैना, मधु सरेया व ख्वाजेपुर पंचायत में खतरा है.

बरौली की सात पंचायतों में नदी से खतरा

बरौली. गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर से बरौली प्रखंड के सोनबरसा, मोहम्मदपुर पकड़िया, देवापुर, हसनपुर, रामपुर, सलेमपुर पूर्वी, सलेमपुर पश्चिमी, बतरदेह व सरफरा में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. वहीं, इस इलाके के लोग गंडक नदी से सहमे हुए हैं. यहां नदी के दबाव से तटबंध टूटने का खतरा बना रहता है.

सिधवलिया व बैकुंठपुर में अलर्ट जारी

बैकुंठपुर. जिले के पूर्वी भाग में बसा सिधवलिया और बैकुंठपुर प्रखंड का अधिकतर इलाके बाढ़ से ग्रसित हो जाता है. गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर से सिधवलिया प्रखंड में अमरपुरा, डुमरिया व काशी टेंगराही बाढ़ की चपेट में आ जाता है, जबकि बैकुंठपुर प्रखंड में परसौनी, बासघाट मंसुरिया, उसरी, गम्हारी, फैजुल्लाहपुर, प्यारेपुर, बखरी व बंगरा शामिल है.

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