Dp Ojha Passed Away बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डीपी ओझा का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार को निधन हो गया. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने बिहार में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने और राजनीति व अपराध के गठजोड़ के खिलाफ सख्त कदम उठाया था.
सीवान के सांसद और लालू प्रसाद के खास सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के कारण वे काफी चर्चा में आए थे. इसके बाद वे निडरता और निष्पक्षता के कारण जनता के बीच लोकप्रिय हो गए थे. भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में अपना लंबा और सफल करियर बिताने के बाद ओझा ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली थी.
सरकार के खिलाफ खोला था मोर्चा
पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राजद नेताओं से मेल न होने के कारण ओझा तब की सरकार के आंखों में खटकने लगे. इसके बाद राबड़ी देवी सरकार ने दिसंबर 2003 में डीपी ओझा को पद से हटा दिया और सूबे के पुलिस विभाग का नया मुखिया डब्लूएच खान को बना दिया. इससे आहत होकर ओझा ने रिटायरमेंट से पहले ही भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. वैसे भी वह फरवरी 2004 में रिटायर होने वाले थे. वहीं, डीजीपी को बिना किसी गलती के पद से हटाए जाने पर विपक्ष ने इसे मुद्दा बना दिया जो आगे चलकर राबड़ी देवी सरकार के लिए खतरा बना.