देश के मूर्धन्य साहित्यकार और पूर्व आईएएस अफसर भगवती शरण मिश्र का शुक्रवार को निधन हो गया. वे मूल रूप से बिहार के रोहतास जिले के संझौली प्रखंड के बेनसागर गांव के रहने वाले थे. नई दिल्ली मेें आज उनका अंतिम संस्कार हुआ. बेटे दुर्गाशरण मिश्र ने उन्हें मुखाग्नि दी.
जानकारी के अनुसार नई दिल्ली स्थित आवास पर भगवती शरण मिश्र ने शुक्रवार को अन्तिम सांस ली. 81 वर्षीय भगवती शरण मिश्र करीब 100 से भी अधिक पुस्तकें और ग्रंथ लिखे हैं. उनके निधन पर राज्यसभा सांसद गोपाल नारायण सिंह, सांसद छेदी पासवान महाबली सिंह सहित राजनीतिक और साहित्य जगत के कई हस्तियों ने शोक जताया.
इन पदों पर रहे कार्यरत- भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल होने के बाद बिहार और देश के विभिन्न पदों पर भगवती शरण मिश्र कार्यरत रहें. वे मुजफ्फरपुर में नगर निगम के आयुक्त पद पर भी कार्यरत रहें. भगवती शरण मिश्र मुजफ्फरपुर के बीआर विवि से ही पीएचडी की डिग्री हासिल की थी. मिश्र बिहार सरकार के राजभाषा विभाग में निदेशक के पद पर भी कार्यरत रहे. इसके अलावा, वे रेल मंत्रालय में अधिकारी रहे.
भगवती शरण मिश्रा बिहार के शिवहर जिला बनने के बाद वहां के पहले डीएम भी रहे. 6 अक्टूबर 1994 को शिवहर जिला बनने पर जिला के प्रथम डीएम के रूप में भगवती शरण मिश्र को पदस्थापित किया था. बता दें कि वे यहां पर दो बार जिलाधिकारी बनाए गए.