जेन नेक्स्ट लैब में रियल टाइम में किया जायेगा आंकड़ों का संग्रह,निर्णय लेने में मिलेगी मदद
सरकार के शीर्ष नौकरशाहों में यह अहसास हो गया है कि आंकड़ों का संग्रह और वास्तविक समय के आधार पर इसकी व्याख्या राज्य के शहरी और ग्रामीण दोनों हिस्सों में शासन के मापदंडों को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण है. इसको देखते हुए बिहार में जेन नेक्स्ट लैब (बीजीएल) की स्थापना की गयी है.सामान्य प्रशासन विभाग ने बिहार लोक प्रशासन और ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) में बीजीएल की स्थापना के बाद विभागों और जिलों को सभी प्रकार के आंकड़ों को शेयर करने की प्रक्रिया को अनिवार्य कर दिया है.इस संबंध में विभाग ने अधिसूचना भी जारी की है.दरअसल,राज्य में आंकड़ा आधारित गर्वनेंस पर कार्य शुरु हो गया है.जिसके तहत इस लैब में राज्य सरकार के विभिन्न विभागों, जिलों और भारत सरकार के विभागों से डाटा का संग्रहण किया जाना है.
बिपार्ड के साथ आंकड़ों का साझा का लिया गया है निर्णयजेन नेक्स्ट लैब में रियल टाइम में आंकड़ों का विश्लेषण कर सके इसके लिये आंकड़ों का अधितन प्रवाह जरूरी है. इसको देखते हुये राज्य प्रशिक्षण परिषद् की तृतीय बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बीजीएल में सभी विभागों के आंकड़ों को सूचारू रूप से साझा की जाये.वहीं आंकड़ों को साझा करने की प्रक्रिया को संस्थागत बनाने के लिये भी कहा गया है.ताकि भविष्य में भी आंकड़ों का प्रवाह बना रहे.
बीजीएल का एक नोड मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री सचिवालय में होगा स्थापितसामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार बीजीएल का एक नोड मुख्य सचिव कार्यालय तथा एक नोड मुख्यमन्त्री सचिवालय में स्थापित करेगा.इसके साथ ही बिपार्ड,सभी विभागों, प्रमंडलीय आयुक्तों और जिला पदाधिकारियों को भी बीजीएल का एक नोड उपलब्ध करायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है