43वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार को मिला गोल्ड मेडल
नई दिल्ली के प्रगति मैदान में संपन्न भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला के 43 वें संस्करण में बिहार को शानदार प्रदर्शनी के लिए गोल्ड मेडल दिया गया है.
फोटो
संवाददाता पटनाइस उपलब्धि मिलने पर सचिव बंदना प्रेयसी ने कहा कि गोल्ड मेडल के माध्यम से हमारे प्रयासों की सराहना के लिए हम आइआइटीएफ के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं. पिछले कुछ साल में बिहार ने अभूतपूर्व प्रगति की है. हम 2047 तक बिहार को एक विकसित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसके अनुरूप इन्वेस्टमेंट-फ्रेंडली पॉलिसी को लागू कर रहे हैं.
आलोक रंजन घोष ने कहा कि बिहार को मिला यह सम्मान हमारे लिए काफी उत्साहजनक है. प्रदेश के विकास लक्ष्यों के प्रति हमारे प्रयासों को और मजबूत करेगा. अपने कला और संस्कृति के लिए जाना जाने वाला बिहार आज निवेशकों की भी पहली पसंद बन गया है. निदेशक निखिल धनराज निपाणीकर ने कहा बिहार को मिला यह सम्मान बिहार की कला, संस्कृति, और विरासत के प्रति लोगों के प्रेम और देश-विदेश में इसकी ख्याति को दर्शाता है. रविवार को बिहार के उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्र ने बिहार मंडप और सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन किया था. बिहार इस साल पार्टनर स्टेट था.गौरतलब है कि बिहार पैवेलियन का उपेंद्र महारथी कला संस्थान के पूर्व निदेशक अशोक कुमर सिन्हा की देखरेख में तैयार किया गया था. इसमें पद्मश्री से सम्मानित चार हस्तियां मौजूद थीं. इनमें अशोक विश्वास और शांति देवी लाइव डेमो कर रही थीं. वहीं बउवा देवी और सुभद्रा देवी ने अपना स्टाॅल लगाया था. पैवेलियन में मिथिला पेंटिंग कलाकार राजकुमार लाल ने बनाया था.
वर्जन:: निश्चित रूप से बिहार के लिए यह बड़ी उपलब्धि है. सीएम के नेतृत्व में पिछले 19 वर्षों में जो राज्य में सकारात्मक बदलाव हुए हैं. प्राचीन संस्कृति को संजाेते हुए किस तरह आधुनिकता की ओर बिहार आगे बढ़ रहा है. प्रदर्शनी में दर्शाया गया था. इसमें यह भी बताया गया था कि किस तरह नया बिहार बन रहा है. इसके लिए आइआइटीएफ को शुक्रिया. साथ ही हमारे विभाग के पदाधिकारी भी इस उपलब्धि के लिए प्रशंसा के पात्र हैं.नीतीश मिश्र, उद्योग मंत्री बिहार
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है