सीएम उद्यमी योजना में बिहार को मिले 7877 नये उद्यमी, लॉटरी सिस्टम के जरिये सभी का हुआ चयन
उद्योग विभाग के सचिवालय स्थित विभागीय सभागार में आयोजित चयन प्रक्रिया के दौरान उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि उद्योगों की स्थापना के लिए बिहार में तेजी से काम हो रहे हैं. उन्होंने नये उद्यमियों से अपील की कि पूरी मेहनत और ईमानदारी से उद्योगों की स्थापना करें.
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की चार श्रेणियों मसलन अनुसूचित जाति जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, महिला और युवा उद्यमी योजना में 7877 नये उद्यमी मिले. इस योजना में कुल 2.23 लाख से अधिक आये आवेदन आये थे. सभी 7877 लाभार्थियों का चयन मंगलवार कम्प्यूटरीकृत रेंडमाइजेशन/लॉटरी सिस्टम से किया गया. लाभार्थियों के चयन की औपचारिक शुरूआत प्रदेश के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने की. इस दौरान उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौंड्रिक और विशेष सचिव दिलीप कुंमार व तकनीकी विकास निदेशक संजीव कुमार मौजूद रहे. वित्तीय वर्ष योजना में आठ हजार लाभुकों के चयन का लक्ष्य रखा गया था.
उद्योगों की स्थापना के लिए बिहार में तेजी से हो रहा काम
उद्योग विभाग के सचिवालय स्थित विभागीय सभागार में आयोजित चयन प्रक्रिया के दौरान उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि उद्योगों की स्थापना के लिए बिहार में तेजी से काम हो रहे हैं. उन्होंने नये उद्यमियों से अपील की कि पूरी मेहनत और ईमानदारी से उद्योगों की स्थापना करें. पूरी चयन प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की गयी है. सीएम उद्यमी योजना से बिहार की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा. हमारी जीडीपी में ठोस बढ़ोतरी होगी. विभाग अपने नये उद्यमियों को सभी तरह की मदद करेगा. महासेठ ने कहा कि बैंकों को भी विश्वास में लेकर अधिक से अधिक लोन दिलाये जायेंगे. ताकि बिहार में ही रह कर वह स्वरोजगार करें.
लॉटरी सिस्टम के जरिये सभी का हुआ चयन
कम्प्युटरीकृत रेंडमनाइजेशन पद्धति से 5000 उन लाभार्थियों का चयन किया गया, जिन्होंने पूर्व निर्धारित 51 ट्रेंडों में अपनी जमीन पर ही यूनिट लगाने के लिए आवेदन किये थे. दो हजार अन्य लाभुकों का चयन टेक्सटाइल,लैदर और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर के लिए किया है. शेष 877 लाभुकों का चयन बियाडा के आवंटित इंडस्ट्रियल प्लग एंड प्ले शेड्स में काम करने के लिए किया गया है.
बियाडा में काम करने वाले लाभार्थियों का लक्ष्य 1000 तय था
बियाडा में काम करने वाले लाभार्थियों का लक्ष्य 1000 तय था. हालांकि इस कैटेगरी में केवल 877 लोगों ने ही आवेदन दिये. लिहाजा बियाडा में काम करने के इच्छुक लाभार्थियों के चयन के लिए रेंडमाइजेशन नहीं किया गया. महिला उद्यमी योजना में ट्रांस जेन्डरों को भी शामिल किया गया है. मुख्यमंत्री योजना के अन्तर्गत लाभुकों के चयन हेतु जिलावार संख्या निर्धारित है. सबसे अधिक 381 लाभुक पटना जिला से और सबसे कम 45 लाभुक शिवहर जिला के लिए निर्धारित किये गये हैं.
विशेष तथ्य
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51 ट्रेडों में लोन के लिए मिले कुल मिले आवेदन- 201204
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अनुसूचित जाति/जनजाति संवर्ग में आये आवेदनों की संख्या- 43984
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अति पिछड़ा वर्ग में मिले आवेदनों की संख्या- 57,867
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युवा उद्यमी संवर्ग में मिले आवेदनों की संख्या- 60,973
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महिला उद्यमी संवर्ग में आये आवेदनों की संख्या- 38,380
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लैदर, टैक्सटाइल और फूड प्रोसेसिंग के लिए आये आवेदन- 21,782
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अनुसूचित जाति/जनजाति संवर्ग में 4,735
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अति पिछड़ा वर्ग में 5,790
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युवा उद्यमी संवर्ग में 6,243 और महिला उद्यमी संवर्ग में 5,014 आवेदन प्राप्त हुए.
210 दिव्यांग उद्यमियों का पहली बार किया गया चयन
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में पटना जिले के सर्वाधिक 373 लाभार्थियों का चयन विभिन्न श्रेणियों में हुआ है. अरवल में सबसे कम 49 लाभार्थियों का चयन हुआ है. 51 ग्रेडों में महिला , युवा, एसएस/एसटी और इबीसी कैटेगरी में बराबर-बराबर 1213 -1213 लाभार्थियों का चयन हुआ है. वहीं टेक्सटाइल , लैदर और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर की योजनाओं में इन सभी कैटेगरी में बराबर-बराबर 485-485 लोगों का चयन किया गया है. आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक सभी जिलों में इतनी संख्या में लाभार्थी चयनित हुए हैं. जानकारी के मुताबिक बिहार के सभी जिलों में 210 दिव्यांग उद्यमियों का भी चयन किया गया है. दिव्यांग उद्यमियों की कैटेगरी पहली बार जोड़ी गयी है.
सबसे अधिक लाभार्थी पटना के ,अरवल में सबसे कम लाभार्थी
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जिला- 51 ग्रेड में – फूड प्रोसेसिंग , लैदर और टेक्सटाइल में चयनित लाभार्थियों की संख्या
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पटना- 268-105
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नालंदा- 141-57
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भोजपुर- 126-51
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बक्सर- 79-32
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कैमूर- 86-36
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रोहतास- 145-58
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जहानाबाद- 54
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अरवल-34-15
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औरंगाबाद-129-53
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गया- 245-96
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नवादा- 115-46
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पश्चिमी चंपारण- 193-77
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पूर्वी चंपारण- 224-90
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सीतामढ़ी-148- 59
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शिवहर- 32-13
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मुजफ्फरपुर- 220-88
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वैशाली- 174-68
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गोपालगंज- 114-46
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सिवान- 148-60
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सारण- 171- 69
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बेगूसराय- 135-54
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खगड़िया- 74- 31
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मुंगेर- 62- 25
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लखीसराय- 47- 19
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शेखपुरा- 33- 14
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जमुई – 91- 35
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सुपौल- 103-40
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मधेपुरा- 94 – 37
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सहरसा- 88-36
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किशनगंज- 72- 29
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अररिया- 128-51
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पूर्णिया- 150- 61
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कटिहार- 138- 54
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मधुबनी- 180- 72
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दरभंगा- 180- 71
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समस्तीपुर- 205-82
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भागलपुर- 130- 52
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बांका- 96- 36