बिहार सरकार का फैसला, अब निजी अस्पताल के कर्मियों को भी 50 लाख का बीमा
पटना. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि निजी अस्पातल में कोरोना का इलाज करनेवाले डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत 50 लाख का बीमा कवरेज दिय जायेगा.
पटना. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि निजी अस्पातल में कोरोना का इलाज करनेवाले डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत 50 लाख का बीमा कवरेज दिय जायेगा. बुधवार को उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों, नर्सों, पैरा मेडिकल स्टाफ और उन कर्मियों को मिलेगा, जिनकी असामयिक मृत्यु कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान होगी. इसका लाभ जिला प्रशासन द्वारा कोरोना के इलाज के लिए चिह्नित प्राइवेट अस्पतालों को ही मिलेगा.
अभी जिला प्रशासन ने राज्य में 120 प्राइवेट अस्पतालों को चिह्नित किया है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी बीमा योजना से प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत चिकित्साकर्मियों का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और कोरोना के खिलाफ संघर्ष में उनका मनोबल ऊंचा होगा. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोरोना विजेताओं द्वारा प्लाज्मा दान को ज्यादा-से-ज्यादा प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रोत्साहन राशि देने का निर्देश दिया है.
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी प्रक्रिया पूरी कर सरकार को भेजी जा रही है, जिसकी कैबिनेट स्तर पर जल्द मंजूरी मिल जाने की उम्मीद है. प्रोत्साहन राशि देने के बाद प्लाज्मा दाताओं में उत्साहवर्धन होगा. उन्होंने बताया कि जल्द ही पटना के जयप्रभा अस्पताल और भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्लाज्मा लेने का काम शुरू होगा. इसके लिए दोनों संस्थानों में एपरहेसिस मशीन स्थापित की जा रही है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब कोरोना की प्रखंड स्तर पर भी अस्पतालों में निःशुल्क जांच की व्यवस्था की गयी है. साथ ही जिलों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सीय परामर्श के लिए एक टॉल फ्री नंबर भी जारी किया गया है.
posted by ashish jha