बिहार में किसानों की आय को दोगुनी करने की दिशा में सरकार काम करेगी और कृषि विभाग उसके लिए कार्य योजना तैयार करने में जुट चुकी है. इसके लिए नयी तकनीक के साथ पारंपरिक खेती से हट कर व्यावसायिक खेती पर जोर दिया जायेगा. नये कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने प्रभात खबर के साथ बातचीत में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बिहार की जो भौगोलिक स्थिति है, इसमें कहीं सुखाड़ तो कहीं बाढ़ से किसान पीड़ित हो जाते हैं. किसानों की फसल बर्बाद हो जाती है. ऐसे में उनकी भरपाई के लिए स्पेशल पैकेज की व्यवस्था की जायेगी. कम पानी में भी खेती करने के लिए वैज्ञानिक आधार को अपनाया जायेगा.
कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार में कृषि महाविद्यालयों की संख्या बढ़ायी जायेगी और वहां रिसर्च के संसाधन बढ़ा कर कृषि वैज्ञानिकों की संख्या में इजाफा किया जायेगा. किसानों को समय पर खाद, बीज उपलब्ध कराने के लिए मुकम्मल इंतजाम किये जायेंगे. राज्य के सभी जिलों में किसानों के साथ बैठक कर उनकी राय ली जायेगी कि वे क्या चाहते हैं. वह किस तरह की खेती करना चाहते हैं और उसके लिए सरकार के स्तर से उन्हें क्या सहयोग मिलना चाहिए. हालांकि, किसानों के लिए डीजल अनुदान, बीज अनुदान की व्यवस्था पहले से ही है. लेकिन, सरकारी व्यवस्था की समीक्षा करते हुए दुरुस्त किया जायेगा और किसानों के कार्यों के प्रति लापरवाह पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.
कृषि मंत्री ने कहा कि व्यवसायिक खेती से रोजगार के अवसर सृजित किये जायेंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग कृषि उत्पादन में जुड़ें और इससे उनकी अच्छी आमदनी भी हो. इसके लिए देश के हरियाणा, पंजाब सहित अन्य राज्यों का दौरा किया जायेगा. वहां के किसानों से मुलाकात कर उनकी व्यवस्था देखी जायेगी और उसे बिहार में भी लागू कराया जायेगा. जिला स्तर पर समीक्षा की जायेगी. कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री दोनों किसानों को प्रति चिंतित रहते हैं और कृषि के क्षेत्र में किसान भाइयों की खुशहाली के लिए बेहतर कार्य किये जायेंगे.
कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने पूछे जाने पर कि पर्यटन विभाग में बहुत कम समय तक काम करने का मौका मिला. इस पर उन्होंने कहा कि विभाग में बहुत कुछ उन्होंने पटरी पर लाया था. कम समय में काफी कुछ संपादित करने का रास्ता बनाया था. बौद्ध, हिंदू, जैन सर्किट को कई जोन में बांट कर उनके विकास के लिए काम किये जा रहे थे तथा अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थलों को आगे ले जाने का उन्होंने सपना देखा था. लेकिन, अब यह विभाग डिप्टी चीफ मिनिस्टर के पास है और उन्हें भरोसा है कि उनके सपनों को पूरा करने में वह कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.