कैलाशपति मिश्र,पटना
बिहार में राज्य सरकार के कई विभागों के सैकड़ों एकड़ जमीन गायब है. इसके बारे में विभाग तक को कोई अता- पता नहीं है. लेकिन जैसे-जैसे विभागों ने जमीन खोजने के लिए डेडिकेटेड अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है, तो लापता जमीन भी मिलने लगी है. ताजा उदाहरण पर्यटन विभाग का है.पर्यटन विभाग को सौ एकड़ से अधिक लापता जमीन मिली है.यह जमीन राज्य के कई शहरों में है.
खोजकर निकाली गयी जमीन पर विभाग अब पर्यटकीय सुविधा विकसित करने की तैयारी में है. पर्यटन विभाग को सबसे अधिक जमीन अभी तक नालंदा के सूरजपुर में 49 एकड़ मिली है. खास बात यह है कि नयी पर्यटन नीति बनने के बाद राज्य में निजी क्षेत्र का निवेश मिलने की संभावना बढ़ गयी है. इस देखते हुए जमीन की उपलब्धता काफी महत्वपूर्ण हो गयी है.
पर्यटन संबंधित कई योजनाएं आगे बढ़ेंगी
पर्यटन विभाग के सूत्रों का कहना है कि राज्य में कई स्थानों पर जमीन की कमी के कारण पर्यटकीय सुविधाएं विकसित करने में परेशानी हो रही है. ऐसी स्थिति में जमीन उपलब्ध होने से पर्यटन संबंधित कई योजनाएं आगे बढ़ेंगी. मसलन नालंदा में जमीन मिलने से पर्यटकीय सुविधा विकसित करने में आसानी होगी.
किन-किन शहरों में मिली है जमीन
शहर का नाम | जमीन एकड़ में |
---|---|
नालंदा के सूरजपुर | 49 |
वैशाली | 12 |
प.चंपारण | 05 |
सहरसा | 22 |
भागलपुर | 09 |
मुंगेर | 13 |
अभी तक मिली कुल जमीन | 110 |
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