बालू के अवैध खनन को लेकर कार्रवाई जारी है. खनन विभाग में प्रतिनियुक्ति के दौरान बालू माफिया का साथ देने वाले सहकारिता विभाग के दो अफसरों पर गाज गिर गई है. सहकारिता निबंधक राजेश मीणा ने पटना ने तैनात सहकारिता प्रसार पदाधिकारी रंजीत कुमार और मधुसूदन चतुर्वेदी को बालू के अवैध खनन में संलिप्त लोगों की मदद के आरोप में निलंबित कर दिया है. दोनों खान निरीक्षक के पद पर तैनात थे.
खान एवं भूतत्व विभाग ने भोजपुर के खान निरीक्षक रंजीत कुमार और औरंगाबाद में उसी पद पर तैनात मधुसूदन चतुर्वेदी की सेवा उनके पैतृक विभाग सहकारिता को वापस कर दिया था. साथ ही इनको सेवा वापसी के लिए जारी पत्र में इन अफसरों पर कार्रवाई की भी अनुशंसा की गई थी. इसके पहले दोनों अफसरों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई की जांच रिपोर्ट गई थी. इन पर बालू के अवैध खनन में लिप्त लोगों की मदद करने और भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप सही पाया गया था. उन्हीं रिपोर्ट के आधार पर गुरुवार को कार्रवाई करते हुए निबंधक ने दो अधिकारियों का तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
इससे पहले बिहार सरकार ने अवैध बालू खनन मामले में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से बड़ी कार्रवाई करते हुए दो एसपी चार डीएसपी और एक एसडीएम समेत 3 प्रभारी राजस्व पदाधिकारी सस्पेंड कर दिया. सरकार ने इससे पहले भी इस मामले में 41 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई किया है.
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Posted By: Avinish Kumar Mishra