Mahaveer mandir patna: बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने महावीर मन्दिर न्यास द्वारा संचालित महावीर कैंसर संस्थान को राज्यपाल निधि से 50 लाख रुपये की सहायता राशि दी है. राज्यपाल ने अस्पताल को यह धनराशि गरीब मरीजों के इलाज के लिए दी है. देश के दूसरे सबसे बड़े कैंसर अस्पताल महावीर कैंसर संस्थान में गरीब मरीजों की सेवा से प्रभावित होकर राज्यपाल ने यह राशि दी है.
बता दें कि बीते दिनों दिनों महावीर कैंसर संस्थान में बोन मैरो ट्रांसप्लांट और अन्य सुविधाओं के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने महावीर कैंसर संस्थान में गरीब मरीजों के रियायती इलाज एवं अन्य सेवा कार्यों से प्रभावित होकर अपने ऐच्छिक निधि से 50 लाख रुपये देने की घोषणा की थी. इसको लेकर महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने राज्यपाल फागू चौहान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्यपाल निधि से मिली राशि का उपयोग गरीब मरीजों के इलाज के लिए किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्यपाल निधि से महावीर कैंसर संस्थान को पहली बार कोई राशि मिली है.
आचार्य किशोर कुणाल ने आगे कहा कि राज्यपाल महोदय रेड क्रास सोसाइटी के भी अध्यक्ष होते हैं. किसी अन्य संस्थान को राज्यपाल निधि से कोई राशि मिलना बहुत गौरव का विषय है. इससे गरीब मरीजों के प्रति महावीर मन्दिर द्वारा संचालित अस्पतालों की सेवा भावना को मजबूती मिली है.
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि महावीर मन्दिर न्यास द्वारा संचालित महावीर कैंसर संस्थान के अतिरिक्त महावीर वात्सल्य अस्पताल, महावीर आरोग्य संस्थान, महावीर नेत्रालय और महावीर हार्ट हॉस्पीटल में भर्ती मरीजों को दोनों वक्त का भोजन निःशुल्क दिया जाता है. महावीर कैंसर संस्थान में 18 साल तक के युवा मरीजों का निःशुल्क इलाज किया जाता है. जबकि अन्य गरीब मरीजों को महावीर मन्दिर से दस हजार रुपये इलाज में सहायता के लिए दिये जाते हैं. मात्र 100 रुपये का प्रोसेसिंग चार्ज लेकर मरीजों को एक यूनिट ब्लड दिया जाता है. इसके अतिरिक्त गरीब मरीजों को अन्य रियायतें भी दी जाती हैं.
महावीर कैंसर संस्थान 600 बेड का बिहार का सबसे बड़ा कैंसर अस्पताल है. टाटा मेमोरियल, मुंबई के बाद यह देश का दूसरा सबसे बड़ा कैंसर अस्पताल माना जाता है. अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. एलबी सिंह ने बताया कि नेपाल, भूटान और बांग्लादेश से मरीज इलाज के लिए आते हैं. अस्पताल में बोन मैरो ट्रांसप्लांट, कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी समेत कैंसर के गुणवत्तापूर्ण इलाज की तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं. रियायती दरों पर इलाज होने के कारण यहां इलाज कराने वालों में गरीब मरीजों की संख्या बहुत रहती है.