बिहार में 17 फीसदी हुई हरियाली, 33 पर ले जाने का टारगेट
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राज्य ने अब 17 प्रतिशत हरियाली के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है. अब राष्ट्रीय औसत 33% लक्ष्य को प्राप्त करने की जरूरत है.
संवाददाता, पटना ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राज्य ने अब 17 प्रतिशत हरियाली के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है. अब राष्ट्रीय औसत 33% लक्ष्य को प्राप्त करने की जरूरत है. पर्यावरण असंतुलन के गहराते खतरे से बिहार की रक्षा करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2 अक्तूबर 2019 को जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत की. इसके तहत अब तक 17 करोड़ 80 लाख पौधारोपण किये जा चुके हैं. बिहार में हो रहे चेकडैम निर्माण कार्य को पूरे देश ने अपनाया है. वे मंगलवार को पटना स्थित पुरानी सचिवालय के अधिवेशन भवन में जल-जंगल हरियाली दिवस को संबोधित कर रहे थे. मंत्री ने कहा कि प्रत्येक परिवार कम से कम एक पौधे लगाएं. अधिकारी और कर्मी गरीब ग्रामीणों की आस कभी नहीं टूटने दें. राज्य में 2009 में हरियाली करीब नौ फीसदी थी. इसे बढ़ाकर 17 फीसदी करने का लक्ष्य मुख्यमंत्री ने रखा था और 2012 में हरियाली मिशन की स्थापना की गई थी. हर हाल में पूरा करना है अभियान का लक्ष्य ग्रामीण विकास विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि इस अभियान के लक्ष्य को हर हाल में पूरा करना है. कार्यक्रम के दौरान अभियान से संबंधित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया. चित्र प्रदर्शनी भी लगायी गयी. इसमें जल-जीवन-हरियाली अभियान के विभिन्न कार्यों और कार्यक्रमों को दिखाया गया. मनरेगा से हरियाली लाने की दी जानकारी मनरेगा आयुक्त अभिलाषा शर्मा ने मनरेगा से इस अभियान के लिए किये जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला. जीविका दीदी मंजू देवी, बेबी देवी और बबीता देवी ने मनरेगा, जीविका और जल-जीवन-हरियाली अभियान के समन्वय से क्रियान्वित योजनाओं से मिल रहे लाभ की जानकारी दी.
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