बिहार के सरकारी मेडिकल काॅलेज अस्पतालों के साथ सदर अस्पतालों की गुणवत्ता में सुधार लाने में जुटी सरकार ने जिला अस्पतालों को अतिक्रमण से मुक्त कराने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है. अस्पतालों को मिशन 60 के तहत अतिक्रमण मुक्त कराने की योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है. जिला अस्पताल को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम गठित करने का भी प्रस्ताव है.
अतिक्रमण के सर्वाधिक मामले सदर अस्पतालों में पाये गये
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराये गये सर्वेक्षण के दौरान अतिक्रमण के सर्वाधिक मामले सदर अस्पतालों में पाये गये हैं. जिलों के दौरे पर तीन बार गयी मुख्यालय की टीम ने स्वास्थ्य विभाग को अतिक्रमण के संबंध में अपनी रिपोर्ट सौंपी दी है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सदर अस्पतालों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए विभाग के स्तर पर विशेष टास्क फोर्स गठन का प्रस्ताव बनाया है. प्रयोग के तौर पर पटना जिले के लिए गठित टास्क फोर्स ने अपना काम प्रारंभ भी कर दिया है. पटना जिले के अस्पतालों में फैले अतिक्रमण को हटाने के लिए गठित टास्क फोर्स की जिम्मेदारी विभाग ने विशेष पदाधिकारी राजेश कुमार को सौंपी है.
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पटना में प्रयोग के तौर पर एसटीएफ ने शुरू किया काम
पटना जिले में टास्क फोर्स को मिली सफलता को देखते हुए जिलावार टास्क फोर्स गठन करने की सरकार की योजना है. टास्क फोर्स में स्वास्थ्य मुख्यालय के अधिकारियों के साथ सदर अस्पताल के कुछ पदाधिकारी और बिहार पुलिस की टीम को शामिल किया जायेगा. टास्क फोर्स का काम होगा की सदर अस्पतालों में जहां भी अतिक्रमण किया गया है उसे मुक्त कराना और संबंधित परिसर को अस्पताल को सुपुर्द करना है. विभाग के सूत्रों की मानें, तो अगले 10 दिनों के अंदर जिलास्तर पर टास्क फोर्स गठित कर दी जायेगी जिसके बाद फोर्स अपने अभियान में जुटेगी.