राज्य भर में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं अकुशल व लहरिया कट चालकों के कारण ही होती है. ऐसे चालकों पर जुर्माना लगाने और पकड़ने के लिए जिलों में स्पेशल मोबाइल टीम गठित होगी. इसको लेकर विभाग ने तैयारी कर ली है.
परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक में इसको लेकर जिलों से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग की गयी, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया कि जिलों में डीटीओ के नेतृत्व में स्पेशल टीम काम करेगी, ताकि ऐसे चालकों पर नियमित कार्रवाई होती रहे. इस टीम में नवनियुक्त चलंत दस्ता के सिपाही भी होंगे और इनके सहयोग से परिवहन विभाग पहली बार खुद ऐसी गाड़ियों को पकड़ने में कामयाब होगी.
विभाग ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि तेज रफ्तार की गाड़ियों पर निगरानी बढ़ाये व एनएच-एस पर स्पीडगन के साथ अधिकारी तैनात रहें. अधिकारी इन गाड़ी पर तुरंत जुर्माना करें. वहीं, सभी हाइवे पर गति सीमा से अधिक तेज गाड़ी चालकों पर तुरंत जुर्माना करें और जहां गति सीमा को लेकर बोर्ड नहीं लगा हो. वहां तुरंत बोर्ड लगाये, ताकि चालक गति सीमा में गाड़ी चलाये.
सड़कों के ब्लैक स्पॉट को खोजने और सड़क किनारे की लाइटिंग को दुरुस्त रखने के लिए निगरानी बढ़ायी गयी है. देर रात में चलंत टीम को लगाया गया है, ताकि ओवर टेक व तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने वालों पर जुर्माना लगाया जा सके. घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों को विभाग पुरस्कृत भी कर रहा है.
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सड़क दुर्घटना के बाद गोल्डेन आवर में अस्पताल पहुंचने को लेकर परिवहन विभाग तेजी से काम कर रहा है. विभाग स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सड़क नेटवर्क के आसपास एंबुलेंस, चलंत मोबाइल, क्लिनिक की व्यवस्था कर रही है. जानकारी के मुताबिक एनएच-एसएच के आस-पास 98 अस्पतालों को चिह्नित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है.