Bihar: पटना. केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि वो खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं कि प्रधानमंत्री ने उन्हें अपनी टीम का सदस्य बनाया और उनपर विश्वास किया है. मंत्रालय में मंत्री पद का पदभार ग्रहण करने पहुंचे जीतनराम मांझी ने कहा कि मैं अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हूं कि पीएम नरेंद्र मोदी मुझे इस लायक समझते हैं. मांझी ने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मांझी जी मैं आपको अपने विजन का विभाग दे रहा हूं. हमारा विजन है गरीबों का उत्थान हो. जहां विकास की रौशनी नहीं गई है, वहां विकास पहुंचे. इस विभाग के माध्यम से आप बहुत कुछ कर सकते हैं. इसलिए आपको ये विभाग दिया गया है.
पहली बार बने हैं सांसद
गया लोकसभा सीट से एनडीए के लिए जीत दर्ज करने वाले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी की। 79 वर्षीय जीतन राम मांझी ने पहली बार केंद्र सरकार में मंत्री पद संभालकर इतिहास रच दिया है. बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके जीनत राम मांझी दलित समुदाय की मुसहर जाति से आते हैं. मांझी का जन्म बिहार के गया जिले के खिजरसराय के महकार गांव में हुआ था. उनके पिता रामजीत राम मांझी खेत मजदूर के रूप में काम करते थे. मांझी ने 1966 में गया महाविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की.
Also Read: Bihar Weather: बिहार में हीट वेव का कहर, टूट रहा पिछले वर्षों का रिकार्ड
उम्र की सीमा टूटी
हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा के जीतनराम मांझी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में सबसे उम्रदराज सदस्य हैं. मांझी 79 साल के हैं. जीतन राम मांझी के मंत्री बनने के बाद मोदी कैबिनेट में 75+ का फॉर्मूला टूट गया है. दरअसल, जून 2016 में मोदी कैबिनेट से ऐसे मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई थी, जिनकी उम्र 75 साल या उससे ज्यादा थी. तब कहा गया था कि इन मंत्रियों को इनकी उम्र की वजह से ही कैबिनेट से हटाया गया है.