पटना : राज्य के सरकारी टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों में लेक्चरर की नियुक्ति पर पटना हाइकोर्ट ने रोक लगा दी है. यह नियुक्ति बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा की जानी थी. न्यायमूर्ति डॉ अनिल कुमार उपाध्याय की एकलपीठ ने गुरुवार को याचिकाकर्ता विभा द्वारा दायर रिट याचिका पर अधिवक्ता विश्वजीत कुमार मिश्र और आयोग के अधिवक्ता संजय पांडेय को सुनने के बाद यह निर्देश दिया.
Also Read: Bihar Election 2020: रामविलास पासवान ने एनडीए को लेकर कही ये बात, एक्शन में आए चिराग …
कोर्ट ने बीपीएससी को कहा कि वह इस परीक्षा के परिणाम में संशोधन कर नये सिरे से रिजल्ट प्रकाशित करे. कोर्ट ने स्पष्ट किया कि जब तक आयोग रिजल्ट में संशोधन करके नये सिरे से उसे जारी नहीं करेगा, तब तक यह रोक जारी रहेगी.
नयी दिल्ली ; सीबीएसइ बोर्ड ने गुरुवार को उन खबरों को खारिज कर दिया, जिसमें 12वीं का रिजल्ट 11 जुलाई व 10वीं का रिजल्ट 13 जुलाई को आने की बात थी. दरअसल, न्यूज एजेंसी एएनआइ के हवाले से पहले बोर्ड रिजल्ट की तारीखें सीबीएसइ के नोटिफिकेशन के साथ जारी की गयीं, पर 20 मिनट बाद ही वापस ले लिया गया. बोर्ड सचिव अनुराग त्रिपाठी ने ट्वीट कर वायरल हो रहे नोटिफिकेशन को फेक बताया और कहा कि हमारी ओर से अभी तारीख नहीं बतायी गयी है.
पटना : इस बार जेइइ एडवांस में बैठने वाले स्टूडेंट्स को बड़ी राहत मिलने वाली है. एडवांस में सफल स्टूडेंट्स अगर 12वीं में 75% मार्क्स या टॉप 20 पर्सेंटाइल में शामिल नहीं भी हैं, तो भी उनका एडमिशन इस बार आइआइटी में हो जायेगा. ज्वाइंट इंप्लिमेंटेशन कमेटी (जेआइसी) की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिये गये हैं.
बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया है कि इस बार आइआइटी में एडमिशन के लिए केवल 12वीं सफल होना ही काफी है. बैठक में कहा गया कि सीबीएसइ और सीआइएससीइ के साथ अन्य राज्यों में 12वीं परीक्षा रद्द हुई है. रद्द परीक्षाओं के बाद मूल्यांकन के वैकल्पिक तरीके अपनाये जा रहे हैं. इससे स्टूडेंट्स के मार्क्स प्रभावित हो सकते हैं. अब तक आइआइटी में एडमिशन के लिए जेइइ एडवांस में सफल स्टूडेंट्स को 12वीं में कम-से-कम 75% मार्क्स या बोर्ड के टॉप 20 पर्सेंटाइल में शामिल होना होता था. वहीं, एससी-एसटी स्टूडेंट्स को 12वीं में कम-से-कम 65% नंबर होना जरूरी था.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya