विदेशों में नौकरी करनेलिए जाने वाले लोगों की सहायता को श्रम विभाग ने अपने अधिकारियों को जिम्मेवारी दी है. मजदूरों की निगरानी और उन्हें अपनी सयोग्यता के अनुसार नौँकरी दिलाने में सहायता के लिए विभाग नोडल अधिकारी बनाया है. मजदूरों की सुविधा के लिए अगले तीन माह के भीतर एक टॉल फ्री नंबर जारी करने का निर्णय लिया है.
बिहार से विदेशों में रोजगार के लिए जाने वाले इच्छुक आवेदक अपना निबंधन संबंधित जिले के नियोजनालय में करा सकते हैं. निकट भविष्य में विदेशों में उनकी योग्यता पर रिक्ति आने पर उन्हें सूचित किया जायेगा. उनके नंबर पर नियोजनालय से मैसेज भेजा जायेगा. साथ ही उन्हें फोन कर बताया जायेगा कि किस जगह पर उन्हें क्या काम करना है. नौकरी के दौरान उन्हें क्या सुविधाएं व वेतन मिलेगा. इसकी भी पूरी जानकारी दी जायेगी.
श्रम संसाधन विभाग की ओर से विदेशों में काम करने वालों की किसी भी परिस्थिति में मौत होती है, तो मृतक की डेड बॉडी विभाग के स्तर से लाया जायेगा. लेकिन यह निर्णय परिजनों के कहने पर लिया जायेगा. अगर परिजन मृतक का दाह-संस्कार वहीं करना चाहेंगे, तो उस दिशा में भी विभाग के स्तर से सहयोग किया जायेगा.
विभाग की नोडल एजेंसी वैसे मजदूरों की सहायता करेगी, जो विदेशों में जाकर किसी तरह से फंस गये होंगे या जिस एजेंसी के माध्यम से उन्हें विदेश भेजा गया होगा.उसने पैसा लेकर उन्हें धोखा दिया है. उन एजेंसियों पर कार्रवाई करेगी और अगर बीच में काम छोड़ कर देश वापस लौटना चाहेंगे, तो उन्हें वापस लाया जायेगा.
Also Read: पटना में लोगों के पेशाब की वजह से सड़ गया पुल, लोगों ने अपने सफाई में बताएं अजीबो-गरीब कारण
श्रम संसाधन विभाग के मंत्री जिवेश कुमार ने कहा की बिहार राज्य समुद्र पार नियोजन ब्यूरो को विदेश मंत्रालय द्वारा रिक्रुटिंग एजेंट का लाइसेंस प्रदान किया गया है. निकट भविष्य में विदेश जाने के इच्छुक आवेदकों को ब्यूरो द्वारा रोजगार का अवसर मिलेगा. अगले तीन माह में टॉल फ्री नंबर भी शुरू होगा.