अमेरिका की सड़कों पर ठोकर खा रही बिहार की बेटी, दहेज के लिए पति ने किया बेघर, लगा रही मदद की गुहार
मार्च में अमेरिका आयी पटना की नवविवाहित ने पति पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है और न्याय पाने की आस में कई हफ्तों से दर-दर भटक रही है. महिला ने भारत सरकार, अमेरिका में भारतीय दूतवास और सैन फ्रांसिस्को में वाणिज्यिक दूतावास से कहा कि उसके पति ने बिना किसी वित्तीय सहायता के उसे अकेला छोड़ दिया है.
एक लड़की हमेसा यह ख्वाब देखती है कि उसका पति ऐसा हो जो जिंदगी के किसी भी मोड़ पर उसका साथ न छोड़े. वहीं दूसरी तरफ बेटी का पिता केवल इस चाहत में अपना सर्वस्व दांव पर लगा देता है कि उसकी बेटी ऐसे घर में जाये जहां उसे दुनिया की हर खुशी नसीब हो. लेकिन सभी लड़कियों की किस्मत इतनी अच्छी नहीं होती. दहेज रूपी राक्षस अनेकों लड़कियों के सपने को निंगल जाता है और उसकी जिंदगी तबाह कर देता है. ऐसा ही एक मामला अमेरिका गयी बिहार की बेटी से जुड़ा सामने आया है.
मार्च में अमेरिका आयी पटना की नवविवाहित ने पति पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है और न्याय पाने की आस में कई हफ्तों से दर-दर भटक रही है. महिला ने भारत सरकार, अमेरिका में भारतीय दूतवास और सैन फ्रांसिस्को में वाणिज्यिक दूतावास के वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी गयी एक शिकायत में कहा कि उसके पति ने बिना किसी वित्तीय सहायता के उसे अकेला छोड़ दिया है.
महिला ने कहा है कि वहां अमेरिका में उसका कोई आसरा नहीं है. भारत में उसके माता-पिता ने उसके ससुर से मदद मांगी है, लेकिन वह उसके पति के पास वापस उसे भेजने के लिए दहेज मांग रहे हैं. महिला ने न्याय मांगने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्रालय से भी संपर्क किया, जिसने उसके पति को एफ-1 छात्र वीजा जारी किया था. उसने फ्रेडी मैक का भी रुख किया है, जहां उसका पति अस्थायी रूप से कार्यरत है, लेकिन उसे अब तक कोई राहत नहीं मिली है.
उत्पीड़न एवं प्रताड़ना इस स्तर पर पहुंच गयी थी कि 15 जून को वाशिंगटन डीसी के वर्जीनिया उपनगर के मैकलेन स्थित उनके अपार्टमेंट में पुलिस को बुलाना पड़ा था. उसने कहा है कि वह पति के साथ एक मार्च, 2021 को अमेरिका पहुंची थी और वर्जीनिया के मैकलेन में रह रही थी.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan