Bihar Land Survey : पटना. बिहार में एक तरफ विशेष भूमि सर्वेक्षण को लेकर डिजिटल खतियान के हस्ताक्षरित नकल के लिए आवेदनों की बाढ़ आ गई है, दूसरी तरफ अंचलाधिकारियों ने ऐसे आवेदनों को लटकाना शुरू कर दिया है. मुजफ्फरपुर जिले में स्थिति ऐसी आई है कि ऑनलाइन आवेदन को सरैया सीओ अंकित कुमार व साहेबगंज सीओ अलका कुमारी ने 90 दिनों तक नकल देना तो दूर आवेदन को देखना भी मुनासिब नहीं समझा. इस स्थिति को लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने अंचलाधिकारियों के रवैये पर गहरी नाराजगी जतायी है और प्रथम चरण में जिले के दो सीओ को कार्रवाई की नोटिस थमा दी है.
डिजिटल खतियान की बढ़ी मांग
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग विशेष भूमि सर्वेक्षण को लेकर आ रही समस्याओं की समीक्षा कर रहा है. इसमें पाया गया है कि लोगों ने डिजिटल खतियान की सत्यापित प्रति के ऑनलाइन आवेदन बड़ी संख्या में दिए हैं, लेकिन सीओ स्तर से निपटारा नहीं हो रहा है. इस कड़ी में संयुक्त सचिव ने सरैया और साहेबगंज सीओ को विभागीय कार्रवाई शुरू करने के लिए नोटिस भेजा है. दो सीओ को नोटिस के बाद अंचल कार्यालयों में हड़कंप मच गया है.
90 दिनों से अधिक लंबित पाए गए आवेदन
संयुक्त सचिव ने कहा है कि सत्यापित प्रति के सरैया में 39 व साहेबगंज में डेढ़ दर्जन ऑनलाइन आवेदन 90 दिनों से अधिक लंबित पाए गए हैं. हैरानी की बात है कि इन आवेदनों का अवलोकन तक नहीं किया गया है. संयुक्त सचिव ने दोनों सीओ से पूछा है कि क्यों न लापरवाही पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जाए. सभी अंचल कार्यालय में डिजिटल अभिलेख के सत्यापित प्रति के सैकड़ों आवेदन लंबित हैं, जिन्हें सीओ निष्पादित नहीं कर रहे हैं.