Bihar Land Survey: बिहार में अब घर बैठे बेच पाएंगे जमीन, बार बार रजिस्ट्री ऑफिस जाने का झंझट खत्म

Bihar Land Survey: इस नई व्यवस्था के लागू हो जाने के बाद लोग घर बैठे ही ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे और अपनी जमीन की रजिस्ट्री के लिए तारीख ले सकेंगे. इससे ना सिर्फ लोगों का समय बचेगा, बल्कि रजिस्ट्री ऑफिस में लगने वाली भीड़ से भी निजात मिलेगी.

By Ashish Jha | October 17, 2024 11:13 AM

Bihar Land Survey: पटना : बिहार में जमीन की खरीद-फरोख्त के लिए रजिस्ट्री ऑफिस का चक्कर जल्द ही खत्म होनेवाला है. आम लोगों को अब जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए बार-बार सरकारी दफ्तार जाने की जरुरत नहीं होगी. बहुत सारा काम घर बैठे ही हो जायेगा. इस नई व्यवस्था के लागू हो जाने के बाद लोग घर बैठे ही ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे और अपनी जमीन की रजिस्ट्री के लिए तारीख ले सकेंगे. इससे ना सिर्फ लोगों का समय बचेगा, बल्कि रजिस्ट्री ऑफिस में लगने वाली भीड़ से भी निजात मिलेगी.

21 अक्टूबर इन जिलों में शुरू हो रही सुविधा

बिहार सरकार ने 21 अक्टूबर से 15 जिलों के 16 रजिस्ट्री ऑफिस में ई-निबंधन व्यवस्था लागू करने जा रही है. सरकार ने अभी पश्चिम चंपारण (बेतिया), कैमूर (भभुआ), फारबिसगंज (अररिया), बलिया (बेगूसराय), शेरघाटी (गया), फुलवरिया (गोपालगंज), मनिहारी (कटिहार), सूर्यगढ़ा (लखीसराय), फुलपरास (मधुबनी), केसरिया (पूर्वी चंपारण), हिलसा (नालंदा), भूतही (सीतामढ़ी) और त्रिवेणीगंज (सुपौल) में यह सुविधा उपलब्ध करायी है.

ऑन लाइन होगा सारा काम

स्थानीय पत्रकारों से बात करते हुए भोजपुर के अवर निबंधन पदाधिकारी, तारकेश्वर पांडेय ने बताया कि 21 अक्टूबर से नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी पूरी कर ली गई है. उन्होंने कहा कि ई-निबंधन व्यवस्था से लोगों को काफी सहूलियत होगी. इस नई व्यवस्था के तहत जमीन खरीदने और बेचने वाले दोनों पक्ष – क्रेता और विक्रेता – अपने घर बैठे ही ऑनलाइन सभी जरूरी दस्तावेज जमा करा सकेंगे और रजिस्ट्री के लिए तारीख ले सकेंगे. इससे उन्हें बार-बार ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.

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सिर्फ जमीन रजिस्ट्री करने जाना होगा ऑफिस

रजिस्ट्री के दिन क्रेता, विक्रेता और गवाहों को सिर्फ कुछ देर के लिए ऑफिस जाना होगा. इससे उनका समय और पैसा दोनों बचेगा. इससे पहले भोजपुर जिले के पीरो समेत 16 निबंधन कार्यालयों में इस व्यवस्था को आजमाया गया था. वहां इसे अच्छी प्रतिक्रिया मिलने के बाद इसे अब दूसरे जिलों में भी लागू किया जा रहा है.

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