Bihar Board: बिहार बोर्ड के इंटर में 72 हजार व मैट्रिक में 1.41 लाख छात्र ग्रेस मार्क्स से पास

Bihar Board इंटरमीडिएट और मैट्रिक परीक्षा-2020 में एक या दो विषयों में फेल स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स देकर पास कर दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 7, 2020 7:07 AM

Bihar Board Compartment Exams पटना : इंटरमीडिएट और मैट्रिक परीक्षा-2020 में एक या दो विषयों में फेल स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स देकर पास कर दिया गया. बिहार बोर्ड ने गुरुवार को इनका रिजल्ट जारी कर दिया. स्टूडेंट्स बोर्ड की वेबसाइट पर रिजल्ट देख सकते हैं. बोर्ड ने कहा कि छात्रहित में इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2020 में एक या दो विषयों में फेल वैसे स्टूडेंट्स, जो कंपार्टमेंटल परीक्षा 2020 में शामिल हो सकते थे, को एक बार के लिए अपवादस्वरूप ग्रेस अंक देकर पास कर दिया गया है.

पास करने का प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेजा गया था, जिस पर शिक्षा विभाग ने सहमति दे दी. इसी क्रम में गुरुवार को शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा की ओर से मैट्रिक एवं इंटर की कंपार्टमेंटल परीक्षा 2020 में सम्मिलित होने के लिए पात्र स्टूडेंट्स में से अतिरिक्त अंकों का ग्रेस पाकर उत्तीर्ण हुए स्टूडेंट्स की सूची बोर्ड की वेबसाइट onlinebseb.in पर जारी कर दी गयी है. इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन, बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर भी उपस्थिति थे.

72,610 स्टूडेंट्स इंटर में और 1,41,677 स्टूडेंट्स मैट्रिक में सफल इंटर में कुल 1,32,486 स्टूडेंट्स, जो फेल थे और कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल हो सकते थे, उनमें से कुल 72,610 स्टूडेंट्स अतिरिक्त ग्रेस अंक पाकर सफल हुए हैं, जो 54.81% है. इसी प्रकार मैट्रिक में 2,08,147 स्टूडेंट्स, जो फेल थे तथा कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल हो सकते थे, उनमें से कुल 1,41,677 स्टूडेंट्स अतिरिक्त ग्रेस अंक पाकर उत्तीर्ण हुए हैं, जो 68.07% है.

शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह निर्णय स्टूडेंट्स के हित में लिया गया है, क्योंकि कंपार्टमेंटल परीक्षाओं में जो विद्यार्थी सफल हो जाते हैं, वे उसी सत्र में एडमिशन लेते हैं. इस तरह इस निर्णय से लाखों स्टूडेंट्स लाभांवित होंगे और कोरोना से उत्पन्न स्थिति के कारण उनका एक वर्ष खराब नहीं होगा. मैट्रिक या इंटर में एक या दो विषयों में फेल रहने वाले स्टूडेंट्स कंपार्टमेंटल परीक्षाओं में शामिल होने के लिए पात्र होते हैं. इस वर्ष इंटरमीडिएट परीक्षा में कुल 46,005 स्टूडेंट्स एक विषय में और 86,481 स्टूडेंट्स दो विषयों में फेल थे.

दोनों को मिलाकर कुल 1,32,486 स्टूडेंट्स फेल थे, जो इंटरमीडिएट की कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल होने के लिए पात्र थे. इसी तरह मैट्रिक में कुल 1,08,459 स्टूडेंट्स एक विषय में और 99,688 स्टूडेंट्स दो विषयों में फेल थे. दोनों मिलाकर कुल 2,08,147 स्टूडेंट्स फेल थे. बोर्ड ने कहा कि इस वर्ष इंटर व मैट्रिक में कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होने का अवसर स्टूडेंट्स को मिलता. लेकिन कोरोना के कारण अगले दो-तीन माह में कंपार्टमेंटल परीक्षा कराना संभव नहीं होता. इस कारण रिजल्ट का प्रकाशन नवंबर या दिसंबर तक हो सकता था. इस कारण स्टूडेंट्स को कोई फायदा नहीं मिलता. सभी शिक्षण संस्थानों में एडमिशन प्रक्रिया समाप्त हो जाती. इस कारण बोर्ड ने निर्धारित ग्रेस मार्क्स अपवादस्वरूप केवल इसी बार के लिए तय किया और इस दायरे में आने वाले स्टूडेंट्स सफल हुए.

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