पटना. मुख्यमंत्री के जनता दरबार में सोमवार को एक फरियादी मुख्यमंत्री के सामने ही रोने लगा. सीएम उसे शांत करवाते हुए कहा- आप पहले अपनी समस्या बतायें. इस पर फरियादी ने कहा कि निबंधन विभाग और राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में भारी भ्रष्टाचार है. एक-एक कागज निकालने पर 10-10 हजार रुपये वहां के अधिकारी घुस लेते हैं. डीसीएलआर कार्यालय और निबंधन विभाग में बिना पैसे दिए कोई काम नहीं होता है. जब हमने उन लोगों को पैसा देने से इंकार करते हुए कहा कि हम मुख्यमंत्री से शिकायत करने जा रहे हैं। तब अधिकारियों और कर्मियों ने कहा कि मुख्यमंत्री क्या प्रधानमंत्री के यहां चले जाओ, कुछ नहीं होने वाला.
युवक की फरियाद सुनते ही मुख्यमंत्री ने तुरंत राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाया और कहा कि इस मामले की तुरंत जांच करवायें. सीएम नीतीश ने फोन पर ही कहा कि हमारे पास युवक शिकायत लेकर आया है कि जनता दरबार जाने की बात कहने पर वहां का अधिकारी कहता है कि प्रधानमंत्री के यहां जाओ. बिना पैसे के कुछ काम नहीं होगा. इसकी तत्काल जांच करवाइए और कार्रवाई करिए. जमुई से आये एक शख्स ने सीएम से पूर्व मंत्री दामोदर रावत के साले पर जमीन कब्जा करने आरोप लगाया. युवक ने जनता दरबार में कहा कि जमुई में हमारी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है. सीएम ने गृह विभाग को इसकी जांच का आदेश दे दिया.
सोमवार को जनता दरबार में लोक शिकायत में पारित आदेश का अनुपालन नहीं करने से जुड़े कई मामले सामने आए. इसपर सीएम नीतीश अचंभित हो गये. उन्होंने कहा कि हाल ही में मीटिंग हुई, तब तो इस तरह के मामले नहीं आये. लेकिन, जनता दरबार में इससे जुड़े कई मामले सामने आ रहे हैं कि अंचल अधिकारी व अन्य अधिकारी आदेश का पालन नहीं कर रहे. यह तो काफी चिंता विषय है. मुख्यमंत्री ने इसके बाद चीफ सेक्रेट्री को बुलाया और कहा कि देखिए यह क्या हो रहा है.