बिहार : गांधी सेतु के लेन शुरू होने का असर, 24 घंटे में 25 प्रतिशत तक सस्ता हुआ बालू-गिट्टी
गांधी सेतु के पश्चिमी लेन के उद्घाटन और पुल के निर्माण सामग्री से लदे भारी मालवाहक वाहनों के लिए खुलने के साथ ही उत्तर बिहार में बालू-गिट्टी की कीमत में तेज गिरावट आयी है.
पटना : गांधी सेतु के पश्चिमी लेन के उद्घाटन और पुल के निर्माण सामग्री से लदे भारी मालवाहक वाहनों के लिए खुलने के साथ ही उत्तर बिहार में बालू-गिट्टी की कीमत में तेज गिरावट आयी है. हाजीपुर में बालू शुक्रवार तक 6000 से 6500 रुपये प्रति टेलर (100 सीएफटी) बिक रहा था, वही शनिवार को घट कर 4500 से 5000 रुपये प्रति टेलर हो गया. इस प्रकार बालू 25 फीसदी तक सस्ता हुआ.
गिट्टी की कीमत जो 8500 रुपये प्रति टेलर हुआ करती थी, अब 23 फीसदी कम होकर 6500 रुपये प्रति टेलर हो गयी है. दरभंगा में बालू की कीमत 9000 रुपये प्रति टेलर से घट कर 7000 रुपये हो गयी है. छपरा में गिट्टी की कीमत 9500 रुपये प्रति टेलर से घट कर 7500 रुपये हो गयी है. मधुबनी, रहिका, मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार की अन्य जगहों पर भी बालू और गिट्टीके दाम में 20 से 25 फीसदी तक की कमी आयी है.
अतिरिक्त चक्कर से बढ़ गया था ढुलाई खर्च : गांधी सेतु से निर्माण सामग्री से भरे ट्रकों व ट्रैक्टरों का आवागमन रोकने से वाहनों को गया, कोइलवर या कोडरमा से आरा के बबूरा पुल से होते हुए उत्तर बिहार की ओर जाना पड़ता था और 100-150 किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ता था. इससे न केवल जाने में लगने वाला डीजल का खर्च बढ़ गया था बल्कि जगह-जगह जाम रहने से सात-आठ घंटे की दूरी तय करने में सात-आठ दिन तक लग जाते थे. इससे ढुलाई खर्च बहुत बढ़ गया था.
पटना जिला ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष धनंजय कुमार सिंह ने कहा कि : गांधी सेतु को निर्माण सामग्री वाले भारी ट्रकों के आवागमन के लिए खोलने से अब वाहनों को गंगा पार करने के लिए अतिरिक्त चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा और न ही कई दिनों तक लंबे जाम में फंसना पड़ेगा. ऐसे में ढुलाई खर्च का तेजी से घटना स्वाभाविक है.