पटना : मीठे पानी में मछली उत्पादन के लिए पूरे देश में बिहार का चौथा स्थान है़. अब केंद्र व राज्य सरकार स्तर से चल रही कई लाभकारी योजनाओं के माध्यम से बिहार जल्द ही प्रथम स्थान पर पहुंच जायेगा़.मंगलवार को पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने ग्रामीण विकास परिषद की ओर आयोजित वेबीनार में ये बातें कहीं.
वेबिनार में बिहार पशु विज्ञान विवि के कुलपति डॉ रामेश्वर सिंह, किशनगंज मत्स्य महाविद्यालय के डीन डॉ वीपी सैनी, मत्स्य सहकारी संघ के प्रबंध निदेशक ऋषिकेष कश्यप, एक्वा फीड के मुख्य कार्यकारी विनय वैतल, ग्रामीण विकास परिषद से गुनानंद शुक्ला सहित विभिन्न मत्स्यजीवी समितियों के किसानों ने भाग लिया.
वेबिनार को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि बिहार मत्स्यपालन के लिए आवश्यक प्राकृतिक संसाधन से समृद्ध राज्य है. मत्स्य इनपुट योजना, उन्नत मत्स्य बीज उत्पादन योजना, मत्स्य विपणन योजना, मत्स्यपालकों का प्रषिक्षण, आर्द्र भूमि का विकास आदि कार्यक्रम में अनुदान की व्यवस्था है. समेकित मत्स्यपालन के अंतर्गत मछली-सह-मुर्गीपालन की योजना से मत्स्यपालकों को दोहरा लाभ मिल रहा है.