Loading election data...

बिहार विधान परिषद चुनाव : जदयू ने तय किये तीन नाम, पार्टी ने इन्हें दिया मौका

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को गुलाम गौस, भीष्म सहनी और कुमुद वर्मा को विधान परिषद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में नेता नीतीश कुमार के प्रति सभी लोगों का विश्वास है. यहां टूट की कोई संभावना है. हमारे नेता के नेतृत्व में 14 साल से जो काम चल रहा है उससे सभी लोग संतुष्ट हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 23, 2020 8:12 PM

पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को गुलाम गौस, भीष्म सहनी और कुमुद वर्मा को विधान परिषद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में नेता नीतीश कुमार के प्रति सभी लोगों का विश्वास है. यहां टूट की कोई संभावना है. हमारे नेता के नेतृत्व में 14 साल से जो काम चल रहा है उससे सभी लोग संतुष्ट हैं.

सूत्रों का कहना है कि इसके साथ ही पार्टी ने अतिपिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज को एक बार फिर से अपनी प्राथमिकता में रखा है. ये तीनों उम्मीदवार जदयू की तरफ से विधान परिषद चुनाव के लिए नामांकन करेंगे. दूसरी ओर राज्य के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी को इस बार राज्यपाल कोटे से विधानपरिषद की सदस्यता हासिल कर सकते हैं.

Also Read: रघुवंश प्रसाद सिंह का इस्तीफा, लालू की लालटेन की लौ पर कितना असर डालेगा

पार्टी सूत्रों के मुताबिक गुलाम गौस इसके पहले भी विधान परिषद के सदस्य रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले वे राजद छोड़कर जदयू में शामिल हुए थे. वहीं, जदयू ने कुमुद वर्मा को महिला कोटे से सीट देते हुए विधान परिषद में भेजने का निर्णय लिया गया है. कुमुद वर्मा बिहार के जहानाबाद जिले से संबंध रखती हैं और अतिपिछड़ा समाज से आती हैं. वे समाजवादी नेता उपेंद्र प्रसाद वर्मा की पुत्रवधू और पूर्व मंत्री बागी कुमार वर्मा के छोटे भाई किी पत्नी हैं. वहीं भीष्म सहनी भी पार्टी के पुराने नेता हैं. वे अतिपिछड़ा समाज से हैं और बगहा से आते हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में भी उन्हें पार्टी का उम्मीदवार बनाने की चर्चा थी.

Also Read: राजद में कलह पर बोले सुशील मोदी, अब राबड़ी देवी को सदन में विरोधी दल के नेता पद से धोना पड़ेगा हाथ

Next Article

Exit mobile version