लालू की गैरमौजूदगी में राजद ने मनाया अपना 24वां स्थापना दिवस, बिहार चुनाव के पहले तेज प्रताप पहुंचे मथुरा
Bihar Assembly Election 2020 RJD celebrates 24th foundation day पटना : बिहार में मुख्य विपक्षी लालू प्रसाद की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) द्वारा रविवार को 24वें स्थापना दिवस मनाए जाने के साथ लालू प्रसाद के बेटों ने पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ पटना में साइकिल रैली निकाली. पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह द्वारा स्थापित जनता दल में विभाजन के परिणामस्वरूप राजद अस्तित्व में आया था. लालू जो उस समय उसके कार्यवाहक अध्यक्ष थे और संगठनात्मक चुनावों में अपने प्रतिद्वंदी शरद यादव के हाथों उन्हें अपनी हार की आशंका थी.
Bihar Assembly Election 2020 RJD celebrates 24th foundation day पटना : बिहार में मुख्य विपक्षी लालू प्रसाद की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) द्वारा रविवार को 24वें स्थापना दिवस मनाए जाने के साथ लालू प्रसाद के बेटों ने पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ पटना में साइकिल रैली निकाली. पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह द्वारा स्थापित जनता दल में विभाजन के परिणामस्वरूप राजद अस्तित्व में आया था. लालू जो उस समय उसके कार्यवाहक अध्यक्ष थे और संगठनात्मक चुनावों में अपने प्रतिद्वंदी शरद यादव के हाथों उन्हें अपनी हार की आशंका थी.
इस कदम से पूर्व मुख्यमंत्री लालू जिन्हें चारा घोटाला मामले में अपने खिलाफ दायर आरोप पत्र के कारण गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा था, अपनी पत्नी राबड़ी देवी जो तब तक राजनीति से दूर रही थीं, को पदभार सौंपने में मदद मिली थी. राजद ने लगातार तीसरे साल अपने संस्थापक अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की अनुपस्थिति में अपना स्थापना दिवस मनाया है क्योंकि वे चारा घोटाला मामले में झारखंड जिसे वर्ष 2000 में बिहार से अलग कर नया राज्य बनाया गया था, की राजधानी रांची में वर्तमान में सजा काट रहे हैं.
राजद के 24वें स्थापना दिवस के अवसर पर तेजस्वी यादव अपने बड़े भाई तेजप्रताप के साथ पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के विरोध में पटना स्थित पूर्व मुख्यमंत्री और अपनी माता राबड़ी देवी के आवास से पार्टी के प्रदेश मुख्यालय तक साइकिल रैली निकाली. इससे पूर्व लालू के छोटे बेटे और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले तेजस्वी प्रसाद यादव ने संवाददाताओं से कहा, “मैं उस समय बहुत छोटा था, इसलिए मुझे उन दिनों की याद नहीं है, लेकिन लालू प्रसाद यादव एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक विचारधारा हैं. उनकी न केवल हमें बल्कि बड़े पैमाने पर लोगों को कमी महसूस हो रही है.”
तेजस्वी जिन्होंने अपने पिता के नेतृत्व में 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव से अपनी राजनीति की शुरुआत की थी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली तत्कालीन महागठबंधन सरकार में 25 साल की उम्र में उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली थी और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद के भावी उम्मीदवार के रूप में पेश किया जा रहा है.
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कच्चे तेल की कीमतों में कमी आने के बावजूद लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए जा रहे हैं. इससे आम आदमी से लेकर किसान तक परेशान हैं. तेजस्वी ने आरोप लगाया, ”सभी को पता है कि पहले (सत्ता में आने से पूर्व) मंहगाई भाजपा को ‘डायन’ नजर आती थी और अब (सत्ता में आने के बाद) ‘भौजाई’ नजर आ रही है.”
उन्होंने कहा, बिहार में ‘डबल इंजन’ (केंद्र और राज्य में सत्तासीन राजग सरकार) की सरकार है. जब मंहगाई की मार पूरा देश झेल रहा है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्यों चुप्पी साधे हुए हैं. तेजस्वी ने अरोप लगाया कि जो लोग मंहगाई दूर करने, कल कारखाने लगाने, रोजगार देने और किसानों की आय दोगुनी करने का वादा कर सत्ता में आए थे, इससे में विफल रहे। उन्होंने कहा कि यही नहीं बिहार के साथ सौतेला व्यवहार किया गया. डबल इंजन की सरकार ने वादा कर बिहार को विशेष आर्थिक पैकेज और विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया.
तेजस्वी ने कहा कि राजद गरीबों, मजदूरों और किसानों का दल है, इसलिए पंचायत से लेकर राज्य मुख्यालय स्तर तक पार्टी के कार्यकर्ता और पांच किलोमीटर साइकिल चलाकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल के दौरान प्रदेश में बेरोजगारी के चरम पर होने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में लालू जी (केंद्र में जब मंत्री थे) के द्वारा लगाए गए ही मात्र तीन कारखाने चालू हैं.
अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ साइकिल पर सवार होकर राजद मुख्यालय पहुंचे बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी ने पार्टी कार्यालय में राजद के 24 वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह को भी संबोधित किया. वहीं, राजद की स्थापना दिवस के अवसर पर जदयू द्वारा तेजस्वी के फोटो के साथ उनके 24 संपत्ति को लेकर पटना के विभिन्न स्थानों पर लगाए गए पोस्टर का उल्लेख करते हुए सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने आरोप लगाया कि राजनीति को संपत्ति सृजन का माध्यम मानने वाले के बारे में कहा जाता है कि ‘फेलस्वी तेजस्वी’ हैं। उन्होंने कहा कि “यह तो एक झांकी है. अभी लंबी फेरिस्त आनी बाकी है.
मंत्री नीरज कुमार ने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि राजद का यह 24 वर्ष राजनीति का काला अध्याय है जिसका नेता जेल की सलाखों के पीछे है और जिसके नेता को भ्रष्टाचार के मामले में पटियाला कोर्ट ने दंडवत होना पड़ रहा है. उल्लेखनीय है कि नीरज पिछले महीने लालू प्रसाद यादव के 73वें जन्म दिवस पर उनके परिवार की कथित 73 संपत्ति के बारे में खुलासा किया था.
तेज प्रताप यादव ने मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण के किए दर्शन
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र एवं बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव बिहार विधान सभा चुनाव के कुछ ही समय पूर्व एक बार फिर ब्रज भूमि के दर्शन किए. वह पिछले कई दिनों से ब्रज में राधाकृष्ण के लीला स्थलों के दर्शन कर रहे थे. उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट से ‘राधे…राधे’ लिखकर बोलो ‘बांकेबिहारी लाल की जय’ का नारा लिखकर एक वीडियो भी शेयर किया. तेज प्रताप यादव का ब्रज से लगाव किसी से छुपा नहीं है. वह अक्सर यहां आते रहे हैं.
इस बार भी वह करीब एक सप्ताह तक ब्रज में रहकर राधाकृष्ण के से जुड़े स्थलों पवित्र स्थलों के दर्शन किए, लेकिन, इसके साथ ही उनका ध्यान वर्ष के अंत से पूर्व बिहार में होने वाले आम चुनाव पर भी था. इसीलिए, वह सोशल मीडिया के माध्यम से 15 वर्षों से काबिज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को सत्ता से बाहर करने की अपील भी करते नजर आए.
अपने इरादों को जाहिर करते हुए तेज प्रताप ने नए नारे भी गढ़े हैं – ‘राजद ने ठाना है, बिहार बचाना है। बदलें सरकार, बदलिए बिहार. तेज रफ्तार, तेजस्वी सरकार. उन्होंने पाला बदलकर बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं पर तंज कसते हुए ट्वीट किया कि जो बदनाम थे, भाजपा में जाकर अब ‘पवित्र’ हो गए. उन्होंने शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव में राजद की जीत की मनोकामना के साथ प्राचीन महादेव मंदिरों में पूजा अर्चना की.
Posted by Samir Kumar