Bihar Law And Order: पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में लॉ एंड ऑर्डर सहित अपराध नियंत्रण को लेकर 19 जुलाई की शाम करीब करीब चार बजे समीक्षा बैठक करेंगे. इधर इसी मुद्दे पर 20 जुलाई को विपक्षी दलों का राज्य स्तरीय प्रदर्शन होगा. विपक्षी दलों के इस प्रदर्शन से एक दिन पूर्व सीएम आवास में बुलाई गयी इस बैठक में सभी जिले के डीएम और एसपी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से शामिल होंगे. इसके साथ ही बैठक में राज्य के डीजीपी, एडीजी मुख्यालय और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर सहित अन्य आला अधिकारी मौजूद रहेंगे. पुलिस मुख्यालय के आलाधिकारी व मुख्य सचिव भी बैठक में मौजूद रहेंगे.
अधिकारियों को अपडेट आंकड़े के साथ आने के निर्देश
मुख्यमंत्री की विधि-व्यवस्था के संबंध में होने वाली बैठक को लेकर पुलिस अधीक्षकों को यह कहा गया है कि वह इस अपडेट आंकड़े के साथ रहें कि हाल के महीनों में कितनी संख्या में अपराधियों को सजा दिलायी गयी. लूट, छिनतई व आपसी रंजिश में हुई वारदात की क्या स्थिति है. जिलावार अपराध के आंकड़ों पर मुख्यमंत्री बात कर सकते हैं. विधि-व्यवस्था की बैठक में मुख्यमंत्री का इस बात पर अधिक जोर रहा कि अपराधियों को सजा दिलायी जाए. पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने को लेकर भी उन्होंने लगातार हिदायतें दी हैं. समीक्षा बैठक में वह अपनी इन हिदायतों के अनुपाल की स्थिति का भी जायजा लेंगे. पुलिस मुख्यालय के स्तर पर प्रदेश की विधि-व्यवस्था की अद्यतन स्थिति पर प्रेजेंटेशन भी होगा.
विपक्ष ने बनाया मुद्दा, 20 को करेगा प्रदर्शन
बिहार में विपक्षी गठबंधन ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ सरकार को घेरने के लिए 20 जुलाई को राज्यव्यापी आंदोलन की घोषणा की है. राजद की राज्य इकाई के प्रमुख जगदानंद सिंह ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है. राज्य में हत्या, अपहरण, जबरन वसूली, बलात्कार आदि के मामले हर दिन सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग का भी प्रभार है, लेकिन वो मौजूदा स्थिति पर चुप्पी साधे हुए हैं. गठबंधन के सभी दल, बिहार में बढ़ते अपराध के खिलाफ 20 जुलाई को पूरे राज्य में विरोध मार्च निकालेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार विधानमंडल के आगामी मानसून सत्र में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा.