Bihar vidhan parishad election 2020 पटना : बिहार विधान परिषद चुनाव में नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन गुरुवार को एनडीए के पांच (जदयू के तीन और भाजपा के दो) उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पर्चा भरा. वहीं, कांग्रेस के एक उम्मीदवारों ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. एनडीए के उम्मीदवारों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी समेत तमाम विभागों के मंत्री और विधायक मौजूद थे. भाजपा की तरफ से संजय मयुख उर्फ संजय प्रकाश और सम्राट चौधरी ने पर्चा भरा. जबकि, जदयू की तरफ से तीन उम्मीदवारों गुलाम गौस, भीष्म सहनी और डॉ. कुमुद वर्मा ने नामांकन किया.
इसी बीच कांग्रेस में एक बड़ा उलट-फेर हुआ. उसने अपने पूर्व घोषित उम्मीदवार तारीक अनवर को बदल दिया. उनके स्थान पर समीर सिंह को कांग्रेस ने अपना नया उम्मीदवार बना दिया. कांग्रेस की एक सीट पर जब दो उम्मीदवारों ने पर्चा भरकर दिया, तभी सभी को मामला संदिग्ध लगने लगा. बाद में जानकारी मिली कि तारीक अनवर के पास नयी दिल्ली का वोटर आइ-कार्ड होने की वजह से वह नामांकन दाखिल करने के लिए अयोग्य ठहरा दिये गये. ऐसी स्थिति में आनन-फानन में कांग्रेस ने समीर सिंह को अपना उम्मीदवार बना दिया. अब कांग्रेस की तरफ से विधान परिषद में तारीक अनवर के स्थान पर समीर सिंह का जाना तय हो गया है.
एनडीए के पांचों उम्मीदवार जब पर्चा दाखिल कर बाहर निकले, तो मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम ने विधानसभा के मुख्य गेट पर इनके साथ विजयी मुद्रा में फोटो भी खिंचवाया और उनकी हौसला अफजाई भी की. सीएम ने उपस्थित सभी समर्थकों और नेताओं का हाथ जोड़कर अभिवादन किया.इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार, कृषि मंत्री प्रेम कुमार, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा, सांसद आरसीपी सिंह, सांसद ललन सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, दीघा विधायक संजीव चौरसिया, बांकीपुर विधायक नितिन नवीन समेत अन्य सभी नेता मौजूद थे.
कोरोना संक्रमण के कारण विधानसभा में मुख्य द्वार से लेकर अंदर तक सभी तरह के ऐतिहात देखे गये. आने-जाने वाले सभी माननियों को सैनिटाइजर से हाथ साफ करने के लिए दिया जा रहा था. सभी लोगों के तापमान की जांच डिजिटल थर्मामीटर से की जा रही थी. हर स्तर पर तमाम इंतजाम किये गये थे. मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम समेत अन्य सभी माननीय गमछा से मुंह ढके हुए थे या मास्क पहने हुए थे. हालांकि अंत में जब सभी उम्मीदवार पर्चा दाखिल करके बाहर निकले, तो समर्थकों ने जयकारा शुरू कर दिया और उनके उत्साह के आगे सोशल डिस्टेंसिंग का दायरा टूट गया.
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