Bihar Market: पटना. नवरात्रि में महंगी सब्जियों ने मुंह का स्वाद बिगाड़ दिया है. टमाटर 100 तो भिंडी बैंगन भी 50 रुपये किलो मिल रहे हैं. नवरात्रि से पहले तक जिन सब्जियों की कीमत 30 रुपए तक थी वह अब 60 रुपए तक पहुंच चुका है. इस बार आलू और प्याज का भी दाम चढ़ा हुआ है. न आवक कम हुई है ना डिमांड बढ़ा है फिर दाम में इतनी बढ़ोतरी के पीछे का कारण एक अबूझ पहेली बन गयी है. सब्जी विक्रेता भी इसका जवाब नहीं दे पा रहे हैं. उनका बस यही कहना है कि थोक बाजार से ही वो महंगा लाए हैं. इसलिए महंगा बेच रहे हैं.
समझ में नहीं आ रहा कीमत बढ़ने का माजरा
बिहार के गांव से शहर तक सभी जगहों पर लोगों को सब्जी की महंगाई से सामना करना पड़ रहा है. जो लोग एक किलो, आधा किलो सब्जी लेते थे वो अब पाव भर पर आ गये हैं. कई ग्राहक तो सब्जी की कीमत सुनकर ही दुकान छोड़कर आगे बढ़ जा रहे हैं. सब्जियों की बढ़ती कीमत पर ग्राहक एक ही बात दोहराते हैं कि अचानक सब्जी की कीमत बढ़ने का माजरा समझ में नहीं आ रहा है. नवरात्रि का समापन 12 को हो जाएगा. इसके बाद सब्जी की कीमतों में गिरावट आती है या दाम और बढ़ेगा यह तो उस वक्त ही पता चलेगा.
टमाटर के ‘लाल’ होने पर लोग जता रहे आश्चर्य
नवरात्रि से पहले 30 से 40 रुपए बिकनेवाली सब्जियां आज आसमान छू रही है. सबसे हैरानी तो टमाटर की कीमत सुनकर हो रही है. नवरात्रि में कई लोग प्याज टमाटर नहीं खाते हैं, लेकिन इसकी कीमत भी सौ रुपए तक पहुंच चुकी है. इससे सस्ता तो फल हो गया है. आखिर क्या वजह है कि सब्जी की कीमतें इतनी बढ़ गयी है. अब तो पाव भर सब्जी में ही काम चलाना पड़ेगा. नहीं तो कुछ दिन सोयाबड़ी, चना, काबुली चना आदि की सब्जी से काम चलाना होगा. बाजार के जानकार कहते हैं कि बिहार के बड़े इलाके में बाढ़ आने के कारण स्थानीय स्तर पर सब्जियों की आवक कुछ कम हुई है.