पटना. मैट्रिक परीक्षा 2022 में कई छात्रों के फॉर्म भरने में गड़बड़ी हुई है. इस गड़बड़ी के बाद बोर्ड अब स्कूलों के प्रधान पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है. बोर्ड के सचिव ने शिक्षा विभाग में माध्यमिक शिक्षा निदेशक को ऐसे स्कूलों के प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है, जहां गड़बड़ी हुई है. बोर्ड ने कहा है कि माता-पिता का नाम और परीक्षार्थियों का नाम कुछ स्कूलों ने जानबूझ कर बदला है. बोर्ड कहा है कि ऐसी विसंगतियां जान-बूझकर की गयी हैं. इनमें अनुचित रूप से निजी स्वार्थ साधने का प्रयास किया गया है.
बिहार बोर्ड के सचिव ने स्पष्ट किया है कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और परीक्षा फॉर्म भरने में सिर्फ स्पेलिंग संबंधित त्रुटियों के सुधार का अवसर दिया जाता है. यह जिम्मेदारी सिर्फ विद्यालय के प्रधान की होती है, जिसके लिए उन्हें जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से गोपनीय रूप से यूजर आइडी व पासवर्ड उपलब्ध कराया जाता है. इसमें समिति या किसी अन्य की कोई भूमिका नहीं होती है. सचिव ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक को भेजे पत्र में कहा है कि वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2022 में शामिल कराने के लिए परीक्षार्थियों द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और फॉर्म भरे गये हैं.
विसंगतियां मूलत: दो प्रकार से सामने आयी हैं. इनमें पहली विसंगति में परीक्षार्थियों और उनके माता-पिता के नाम के स्थान पर अंग्रेजी के अक्षर लिखे हुए हैं. बाद में उसे परिवर्तित किया गया है. दूसरी विसंगति में भरे गये फॉर्म में परीक्षार्थी एवं माता-पिता का नाम पूरा बदला हुआ है.