Bihar Weather: बिहार के अधिकतर हिस्सों में 28 सितंबर तक बारिश होने की प्रबल संभावना है. आइएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार अधिकतर जगहों पर अच्छी बारिश के आसार हैं. इस दौरान राज्य भर में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने का पूर्वानुमान जारी किया गया है. ठनके की भी आशंका है. इनको लेकर आइएमडी ने अलर्ट जारी कर दिया है. मौसम विभाग के अनुसार बिहार में 26 और 27 सितंबर को सर्वाधिक बारिश होने की संभावना बतायी जा रही है.
आइएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर,सीतामढ़ी, मधुबनी,सुपौल, अररिया, किशनगंज, कटिहार, गोपालगंज, सिवान, भागलपुर और बांका में भारी और भारी से अति भारी बारिश की आशंका है, जिसके कारण नदियों के जल स्तर पर में वृद्धि होने के आसार हैं. इस दौरान राज्य के अधिकांश जिलों में मेघ गर्जन के साथ ठनका गिरने की भी संभावना है.
राज्य में औसतन 10-15 मिलीमीटर बारिश के आसार बताये गये हैं. आइएमडी ने इस संदर्भ में प्रशासन और आम लोगों को जरूरी सतर्कता बरतने के लिए हिदायतें जारी की हैं. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 25 सितंबर की शाम से ही नमी युक्त हवा का प्रवाह राज्य में बढ़ गया है. इसलिए बारिश की स्थिति बन रही है. दरअसल बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बना है. इसके प्रभाव से यह मौसमी दशाएं बनी हैं.
आइएमडी पटना के प्रमुख मौसम विज्ञानी आनंद शंकर ने खासतौर पर किसानों से आग्रह किया है कि खराब मौसम के दौरान कृषि कार्य को स्थगित रखें. मौसम के साफ होने के बाद ही कृषि कार्य करें. वर्षा के दौरान नदी में यात्रा करने से बचें. आएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार पश्चिमोत्तर बिहार को को छोड़ कर शेष बिहार के लिए ऑरेंज एवं यलो अलर्ट जारी किया गया है.
गया में 29 सितंबर तक रुक रुक होती रहेगी बारिश
मौसम के करवटें बदलते रहने से लोग इन दिनों काफी बीमार हो रहे हैं. वायरल बुखार से लेकर सर्दी, खांसी, शरीर व सिर में दर्द अधिक लोगों को हो रही है. इधर दो दिनों से मौसम में फिर से बदलाव आया है. रूक-रूक कर कभी सामान्य तो कभी मध्यम बारिश हो रही है. मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से बुधवार की सुबह साढ़े आठ बजे तक 4.5 मिलीमीटर बारिश हुई.
बुधवार को दिन में भी रूक-रूक कर हल्की बूंदाबांदी होती रही. इससे सड़कें भींगी रहीं और कीचड़ से सनी रहीं. अहले सुबह हुई बारिश से तीर्थयात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. कोई पेड़ तो कोई आस-पास बने मंदिर व अन्य स्थानों पर छिप कर बारिश से बचाव किया.
आसमान में बदली छाये रहने के साथ मेघ गर्जन व बिजली के कौंधने के साथ वज्रपात भी होती रही. तीर्थयात्रियों को आवासन से लेकर पिंडदान-तर्पण कार्य करने में भी थोड़ी परेशानी हुई. वैसे सरकार व जिला प्रशासन की ओर से काफी संख्या में शेड का निर्माण के साथ टेंट सिटी का निर्माण कराया गया, जहां लोग ठहर रहे हैं. घाटों, पिंडवेदियों व सरोवरों के तट पर बने से शेड में बैठ कर लोग पिंडदान-तर्पण कर रहे हैं.
हालांकि बारिश से मौसम सुहाना हो गया है और कड़ी धूप व गर्मी झेल रहे रहे गयावासी व पिंडदानियों ने राहत महसूस किया है. मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक 29 सितंबर तक मौसम की स्थिति कुछ इसी तरह बनी रहेगी. बारिश के आसार हैं.