बिहार : छपरा रेलवे स्टेशन पर प्रवासियों ने किया पथराव
सूरत से प्रवासियों को लेकर छपरा जंक्शन पहुँची स्पेशल ट्रेन के यात्रियों ने स्टेशन पर जमकर हंगामा किया है. छपरा जंक्शन पर स्पेशल ट्रेन से पहुंचे यात्रियों ने जमकर पत्थरबाजी की, जिसकी जद में आने से तीन सिपाहियों के घायल होने की सूचना है.
छपरा : सूरत से प्रवासियों को लेकर छपरा जंक्शन पहुँची स्पेशल ट्रेन के यात्रियों ने स्टेशन पर जमकर हंगामा किया है. छपरा जंक्शन पर स्पेशल ट्रेन से पहुंचे यात्रियों ने जमकर पत्थरबाजी की, जिसकी जद में आने से तीन सिपाहियों के घायल होने की सूचना है. प्राप्त जानकारी के अनुसार स्पेशल ट्रेन बहुत देर से प्लेटफार्म नम्बर दो पर खड़ी थी जिसकी वजह यात्रियों ने हंगामा करना शुरू किया जिसके बाद मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन यात्री उग्र हो गए और उन्होंने हंगामा करते हुए पत्थरबाजी शुरू कर दी. पत्थर लगने से तीन सिपाहियों के घायल होने की सूचना है. हंगामे की सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी स्टेशन पर पहुँचे और स्थिति पर काबू करने का प्रयास शुरू हुआ. जिला पुलिस बल के जवानों को छपरा जंक्शन पर स्थिति को काबू में करने के लिए लाया जा रहा है.
मोकामा स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों ने किया ट्रेनों पर पथराव
मोकामा स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों ने रविवार को कई ट्रेनों पर पथराव किया. हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. हुआ यह कि बरौनी जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन मोकामा में तकरीबन साढ़े तीन घंटे रुक गयी. भीषण गर्मी से बेहाल यात्री आक्रोशित होकर उत्पात मचाने लगे. रेल पुलिस ने पहुंच कर मामले को शांत कराने का प्रयास किया. लेकिन स्पेशल ट्रेन में सवार मजदूरों ने उनकी एक नहीं सुनी. वहीं तकरीबन एक घंटे तक जमकर बवाल काटा. इस बीच अप लाइन से गुजरी दो-तीन ट्रेनों पर पत्थर चलाये. रेलकर्मियों ने बताया कि अप लाइन से गुजर रही ट्रेनों पर यात्री सवार नहीं थे. नहीं तो दर्जनों यात्रियों को चोटें लग सकती थी. विवश होकर मोकामा में खड़ी ट्रेन को गंतव्य स्थान के लिए रवाना किया गया. मिली जानकारी के मुताबिक बरौनी स्टेशन पर पहले से ही एक ट्रेन खड़ी थी. उसमें सवार यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग व अन्य जरूरी प्रक्रिया को पूरा करने को लेकर देरी हो रही थी. इसको लेकर बरौनी जाने वाली दूसरी ट्रेन को काफी देर तक मोकामा स्टेशन पर रोकना पड़ा. मोकामा में भीषण गर्मी के बीच पानी की व्यवस्था नहीं थी. इससे प्रवासी मजदूर आक्रोशित हो गये.