बिहार: पर्यटन विभाग में दिखेगा अब मिथिला का आतिथ्य भाव, नीतीश मिश्रा ने मंत्री पद संभालते ही कही ये बात
ज्ञान, सूचिता और आतिथ्य के लिए प्रसिद्ध मिथिला के इलाके से आनेवाले बिहार के पर्यटन मंत्री नीतिश मिश्रा ने आज विभागीय मंत्री का पद भार संभालते ही कहा कि बिहार पर्यटन में मिथिला का आतिथ्य भाव देखने को मिलेगा.
पटना. बिहार सरकार के पर्यटन विभाग के नवनियुक्त मंत्री नीतीश मिश्रा ने सोमवार को पर्यटन मंत्री के तौर पर पद भार ग्रहण किया. पुराना सचिवालय स्थित पर्यटन विभाग कार्यालय में नीतीश मिश्रा ने पर्यटन मंत्री पद का पद भार ग्रहण किया. कार्यालय कक्ष में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार अपनी समृद्ध सांस्कृतिक परम्पराओं, विरासतों तथा सभी धर्मों के पवित्र स्थलों के केंद्र रहा है. धार्मिक समन्वय के लिए बिहार भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में प्रसिद्ध है. हम दुनिया के लोगों को बिहार आने के लिए प्रोत्साहित करने के काम को आगे बढ़ायेंगे. उन्होंने कहा कि मैं स्वयं मिथिला से आता हूं, जहां का आतिथ्य सत्कार बेहद प्रसिद्ध है, हम उस भाव को पर्यटन विभाग के कार्यक्रमों, योजनाओं और नीतियों में लाएंगे.
पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने जारी रहेगा प्रयास
पर्यटकों को परिभ्रमण में किसी तरह की कठिनाई उत्पन्न न हो, उनकी संख्या लगातार बढ़े, इस हेतु सरकार प्रयत्नशील है रहेगी. मंत्री ने कहा कि मैं स्वयं भी जब एक पर्यटक के रूप में कहीं जाता हूं, तो मुझे क्या सुविधाएं चाहिए? क्या समस्याएं होती है? क्या मूलभूत आवश्यकताएं होती है, इसको ध्यान में रखते हुए पर्यटन विभाग को बेहतर बनाने का काम करेंगे. पर्यटन विभाग लगातार इस दिशा में कार्यशील भी है. बिहार में आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधा, सहयोग एवं यात्रा परिभ्रमण उल्लासमय हो, इस दिशा में पर्यटन विभाग लगातार प्रयासरत रहेगा.
Also Read: संपूर्ण क्रांति के 50 साल, जानें कैसे शुरू हुआ आंदोलन, क्या था उद्घोष
बिहार में पर्यटन उद्योग की असीम संभावनाएं
उन्होंने कहा कि कतिपय लोगों को यह महसूस होता है कि बिहार में पर्यटक कम आते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. गत वर्ष ही करोड़ो पर्यटक बिहार पहुंचे थे. यह हम सबके लिए हर्ष की बात है कि आज राज्य के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर पर्यटक रूक कर सुखद अनुभूति महसूस कर रहे हैं. पर्यटन संपदाओं से समृद्ध इस प्रदेश में पर्यटन उद्योग की असीम संभावनाएं है. पर्यटन को रोजगारोन्मुख बनाने के लिए पर्यटन स्थलों को विकसित कर पर्यटकों की बुनियादी सुख-सुविधाओं का समुचित प्रबंधन करने का कार्य राज्य सरकार की प्राथमिकता है.