पटना : बिहार में अन्य प्रदेशों से आ रहे प्रवासी मजदूर राज्य सरकार के लिए चुनौती बनते जा रहे हैं. बिहार सरकार ने प्रवासियों के लिए जो आशंका जताई थी अब वह सच साबित होती हुई नजर रही है. जो प्रवासी मज़दूर वापस ट्रेन से बिहार आ रहे हैं उनमें कई कोरोना संक्रमित यानी पॉजिटिव पाये गये हैं. सोमवार तक बिहार में 150 प्रवासी कोरोना पॉज़िटिव पाये गये हैं. वहीं पिछले दो दिनों में राज्य में करीब 150 कोरोना मरीज मिले हैं. रविवार को राज्य में सर्वाधिक 96 तो वहीं सोमवार को 53 मरीज मिले थें.
पिछले चार मई से राज्य में विशेष ट्रेनों के माध्यम से बिहारी मजदूर और छात्र लौट रहे हैं, उनमें डेढ़ सौ लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. इसमें सबसे अधिक 41 एनसीआर दिल्ली से आये लाेग हैं. महाराष्ट्र से आये 36, गुजरात से आनेवाले 33 लोग, हरियाणा से आये तीन और तेलंगाना से आये 10 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. अभी तक बिहार में कुल 107 ट्रेनें आ चुकी हैं जिनसे करीब 1.43 लाख प्रवासी लौट चुके हैं.
बता दें कि बाहर से लौटनेवाले लोगों का शिविरों में लक्षणों के आधार पर और रैंडम सैंपल जांच होने के बाद रविवार को राज्य में तो एक दिन में सर्वाधिक 96 मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. 3474 प्रखंड क्वारेंटिन सेंटर चल रहे राज्य में आपदा राहत के लिए 172 सेंटर स्थापित किये गये हैं और यहां पर अभी तक 72 हजार लोग रह रहे हैं. दूसरी ओर बाहर से आनेवालों के लिए राज्य में 3474 प्रखंड क्वारेंटिन सेंटर स्थापित किये गये हैं जहां पर 98814 लोगों को रखा गया है. राज्य में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राज्य सरकार द्वारा बाहर से बिहारियों को वापस लाने के लिए 169 ट्रेनों की व्यवस्था की गयी है जिसके माध्यम से दो लाख 22 हजार 596 लोगों को वापस लाना है.
वहीं मंगलवार को बिहार के विभिन्न जिलों से 12 नये कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. इसके साथ ही राज्य में कोविड- 19 पीड़ितों की संख्या बढ़कर 761 हो गई है. बिहार में कोरोना से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य के विभिन्न अस्पतालों से संक्रमित होने वाले अब तक 365 लोग स्वस्थ होकर घर लौट गये हैं.