पटना जिला में 12 घंटे के अंदर कई प्रत्याशी बदल गये. नगर निगम के मेयर, डिप्टी मेयर, वार्डों, नगर परिषद् के मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद व वार्डों के लिए आरक्षण की घोषणा होते ही कई ने मैदान छोड़ने का निर्णय लिया तो कई ने अपनी पत्नियों को मैदान में उतारने का फैसला लिया. पटना नगर के मेयर व डिप्टी मेयर महिलाओं के लिए आरक्षित हो गयी है.
चुनाव को लेकर कई ने पोस्टर लगाकर अपने आप को प्रत्याशी घोषित कर दिया था और पोस्टर भी जगह-जगह पर लगवा दिये थे. साथ ही जनसंपर्क अभियान तक शुरू कर दिया था और लगातार बैठक कर रणनीति बना रहे थे. कई ने व्हाट्सअप ग्रुप भी बना कर अपने समर्थकों को जोड़ा था. लेकिन शुक्रवार की सुबह ही उनमें से कुछ लोगों ने अपनी पत्नी को प्रत्याशी बनाने की घोषणा कर दी तो कुछ ने अपने व्हाट्सअप ग्रुप को समाप्त कर दिया.
सीटों के आरक्षित होने की घोषणा होने के बाद उनके जगह पर महिलाओं के पोस्टर पटना शहर में फिर से लगने शुरू हो गये हैं. हालांकि नगर निगम के वार्डों को पूर्व की तरह ही आरक्षित किया गया है, इसके कारण प्रत्याशी में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है. इसी प्रकार, नगर परिषद् के कई वार्डों को महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिया गया है. इसके अलावा एससी-एसटी के लिए भी आरक्षित किया गया है.
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वैसे प्रत्याशी जिन्होंने अपने पोस्टर लगाये थे, उनकी जगह पर पत्नी की पोस्टर लगाना शुरू कर दिया. कई की पत्नी तैयार नहीं हुई तो उनके मनाने का दौर भी जारी है. पति ने अपनी पत्नी को जिताने के लिए फिर से रणनीति शुरू कर दी है. अपने पोस्टर को उतार कर पत्नी की पोस्टर भी घूम-घूम कर पति लगा रहे हैं. एक प्रत्याशी ने बताया कि उन्होंने काफी मेहनत की है. अगर पत्नी को नहीं प्रत्याशी बनायेंगे तो उनकी मेहनत बेकार जायेगी. खाना भी बनाना पड़े तो बनायेंगे.