शुभम कुमार, पटना: एक तरफ जिला व पुलिस प्रशासन नगर निकाय चुनाव की तैयारी में फिर से जुट गया है. सुरक्षा व्यवस्था से लेकर विधि-व्यवस्था तक की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया गया है. मगर इन सभी तैयारी के अलावा फरार वारंटी पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है. अक्तूबर तक के आंकड़ों की बात करें तो 74 थानों में 4308 जमानतीय व गैर जमानतीय वारंट के आरोपित फरार है, जिन्हें नगर निकाय चुनाव से पहले पकड़ना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है.
एसएसपी ने दिए सख्त दिशा-निर्देश
एसएसपी डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लो ने सभी थानाध्यक्षों को सख्त दिशा-निर्देश दिया है. कहा कि निकट भविष्य में नगर निकाय का चुनाव होना है. चुनाव आयोग द्वारा लंबित वारंटों की समीक्षा की जाती है. गश्ती के पदाधिकारियों को भी वारंट देकर गश्ती में भेजें. इससे क्षेत्र में कोई वारंटी मिल जाने पर उसे गिरफ्तार कर वारंट का निष्पादन किया जा सकेगा.
कुर्की के 201 मामले लंबित, 98 पर लगाया गया सीसीए-3
मिली जानकारी के अनुसार फरार वारंटियों को गिरफ्तार करने के अलावा थानों में कुर्की के 201 मामले लंबित है. यही नहीं अक्तूबर महीने में 98 आरोपितों पर सीसीए-3 लगाया गया है. वहीं 11 थानों के द्वारा 112 आरोपितों के खिलाफ गुंडा पंजी का प्रस्ताव भेजा गया है, जिसे स्वीकृत कर लिया गया. एसएसपी ने कहा कि अन्य थानेदार भी सीसीए-3 और गुंडा पंजी का प्रस्ताव भेजे.
कुर्की के कई मामले काफी पुराने
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुर्की के 201 मामलों में ज्यादातर मामले काफी पुराने है. लेकिन अबतक न तो कुर्की के लिए तामिला किया गया और न ही आगे की कार्रवाई. इस वजह से फरार अपराधी वर्षों से इस लापरवाही का लाभ उठा रहे हैं. पुराने मामले को लंबित रखने वाले आइओ पर भी पुलिस मुख्यालय नजर बनाये हुए.
इन दस थानों में सबसे अधिक लंबित वारंट
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आलमगंज- 384
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चौक- 237
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कदमकुआं- 216
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एसकेपुरी-157
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मनेर-148
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दानापुर-103
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जक्कनपुर-110
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मोकामा- 129
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शास्त्रीनगर- 122
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सुल्तानगंज- 117
इन पांच थानों में सबसे अधिक लंबित कुर्की
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दानापुर- 34
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चौक- 31
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जक्कनपुर-25
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धनरुआ- 15
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पालिगंज-12