Bihar News: आय से अधिक संपत्ति मामले में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के प्रोजेक्ट इंजीनियर (एक्सटर्नल प्रोजेक्ट डिविजन) जंग बहादुर सिंह के ठिकानों पर हुई छापेमारी में करोड़ों रुपये की काली कमाई का खुलासा हुआ है. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम को इंजीनियर के चार ठिकानों पर सर्च के दौरान 34 जमीन (प्रॉपर्टी) खरीद से संबंधित कागजात मिले हैं. इनमें अधिकतर प्रॉपर्टी पटना और बक्सर जिले में खरीदी गयी है, जिनका मार्केट वैल्यू स्टांप ड्यूटी सहित करोड़ों रुपये में आंका जा रहा है. इसके साथ ही इंजीनियर के ठिकानों से करीब 21 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण, अभियुक्त एवं उनकी पत्नी के पीपीएफ खाते में करीब 85 लाख निवेश के साक्ष्य, 02.14 लाख रुपये नगद, अभियुक्त एवं उनके परिजनों के नाम से 29 बैंक खातों के पासबुक/चेकबुक, कई वाहनों के होने के साक्ष्य के साथ-साथ पटना स्थित वेदनगर रुपसपुर मोहल्ला में 03 मंजिला आलीशान भवन और पुनाईचक के रामगोविंद इंकलेव में अभियुक्त के नाम से फ्लैट भी पाये गये हैं. निगरानी ब्यूरो की टीम जब्त अभिलेखों के आधार पर अनुसंधान में जुटी है.
गुरुवार को ही प्राथमिकी दर्ज कर शुरू हुई थी कार्रवाई
निगरानी ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि प्रोजेक्ट इंजीनियर के विरुद्ध गुरुवार को ही निगरानी थाने में आय से अधिक संपत्ति अर्जित किये जाने की प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की गयी थी. यह जांच शुक्रवार की सुबह तक जारी रही. निगरानी ने प्रथम दृष्टया मिले साक्ष्य के आधार पर करीब 89 लाख रुपये के प्रत्यानुपातिक धनार्जन का मामला पाया था. हालांकि जांच के बाद अब यह राशि बढ़ने की पूरी उम्मीद है. निगरानी के मुताबिक प्रोजेक्ट इंजीनियर जंग बहादुर सिंह ने काली कमाई को खपाने के लिए अपने एवं अपने परिवार के सदस्यों के नाम से पटना और बक्सर में करोड़ों रुपये की जमीन और फ्लैट की खरीद की है. अभियुक्त व परिजनों के नाम पर विभिन्न बैंकों में खोले गये 29 बैंक खातों में जमा राशि को लेकर भी पड़ताल हो रही है.
एक साथ शुरू हुई जांच
मालूम हो कि निगरानी की टीम ने न्यायालय से मिले सर्च वारंट के आधार पर पटना में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम कार्यालय के साथ ही पुनाईचक पटना स्थित जंग बहादुर सिंह के फ्लैट, रूपसपुर के वेदनगर मुहल्ला स्थित उनके घर और बक्सर जिले के मुफ्फसिल थानांतर्गत दुधानी गांव स्थित पैतृक आवास पर एक साथ जांच शुरू की थी.