Bihar News: पटना. केंद्र की मोदी सरकार में बिहार में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. बिहार में बने शुद्ध देसी घी को निर्यात सूची में शामिल किया गया है. अब विदेशी बाजार में ब्रांड बिहार चमकने को तैयार है. यूरोप और अमेरिका के लोग भी बिहार में बने शुद्ध घी का स्वाद अब चख सकेंगे. सरकार ने इसके निर्यात की व्यवस्था कर ली है. अगले कुछ माह के अंदर ही बिहार में बने शुद्ध घी को कनाडा भेजे जाने की तैयारी चल रही है. बिहार स्टेट मिल्क कोऑपरेटिव फेडरेशन (कांफेड) ने इस मामले पर एग्जिम बैंक के साथ करार को आगे बढ़ाया है. संभव है कि अगले माह दो माह के भीतर कांफेड अपने बड़े ब्रांड सुधा घी को अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार देगा.
अमेरिकी व यूरोपीय बाजारों में भी उतरने की तैयारी
सुधा घी को अमेरिकी व यूरोपीय बाजारों में भी उतारने की योजना पर भी काम चल रहा है. बिहार व झारखंड के साथ-साथ अन्य राज्यों के लोग बड़ी संख्या में अमेरिका व यूरोप के अलग-अलग देशों में छठ का त्योहार मनाते हैं. छठ के त्योहार के दौरान घी की मांग विशेष रूप से रहती है. योजना है कि कियोस्क लगाकर ऐसे देशों में सुधा के घी व कुछ अन्य उत्पादों को वहां रह रहे बिहार व झारखंड के लोगों को उपलब्ध कराया जाए. पहले चरण में बिहार से एक टैंकर सुधा घी का निर्यात कनाडा किया जाएगा. यह एक खास किस्म की पैकेजिंग के साथ होगा. वर्तमान में देश के तीन राज्यों में सुधा के दूध को भेजा जा रहा है. सबसे अधिक 10 हजार लीटर दूध प्रतिदिन गोवाहाटी भेजा जा रहा. इसके अतिरिक्त कोलकाता व दिल्ली भी सुधा का दूध भेजा जा रहा.
मुख्य सचिव के निर्देश पर आगे बढ़ी है योजना
मुख्य सचिव के निर्देश पर इस योजना का काम आगे बढ़ा है. इस संबंध में कांफेड के आला अधिकारी का कहना है गुणवत्ता के लिहाज से सुधा का घी किसी भी ब्रांड से कमजोर नहीं है. बिहार को एक फायदा यह है बड़ी संख्या में बाहर के देशों में बिहार व झारखंड के लोग रहते हैं. उन्हें सुधा ब्रांड के बारे में बखूबी पता है. इसलिए हमारे ब्रांड के लिए बड़ा बाजार देश के बाहर उपलब्ध होगा. सुधा के ब्रांड खासकर इसके आईसक्रीम के विपणन को विस्तार देने की योजना के तहत कांफेड यह योजना बना रहा कि देश के सभी हवाई अड्डों पर सुधा का कियोस्क आरंभ किया जाए. इससे देश भर के लोगों को सुधा के उत्पाद से परिचय होगा. अभी यह व्यवस्था कहीं नहीं है.