Corona Impact: कोरोनाकाल में चना, सरसों तेल, रिफाइन और दाल हुई महंगी, जानें कितनी बढ़ी कीमतें और इसके पीछे की वजह

कोरोना वायरस संक्रमण के इस दौर में किराना सामानों की कीमतों में वृद्धि होने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. किराना सामानों में सबसे अधिक इजाफा दाल, सरसों तेल, रिफाइन, बेसन और चना में हुआ है. वहीं, किराना सामग्री भी एमआरपी से अधिक दर पर बेची जा रही है. दुकानदारों की मानें तो कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए सरकार ने कई राज्यों में आंशिक लॉकडाउन और कर्फ्यू लागू दिया है. इससे पिछले एक सप्ताह में रोजमर्रा की चीजें महंगी हो रही हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | April 18, 2021 11:41 AM

कोरोना वायरस संक्रमण के इस दौर में किराना सामानों की कीमतों में वृद्धि होने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. किराना सामानों में सबसे अधिक इजाफा दाल, सरसों तेल, रिफाइन, बेसन और चना में हुआ है. वहीं, किराना सामग्री भी एमआरपी से अधिक दर पर बेची जा रही है. दुकानदारों की मानें तो कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए सरकार ने कई राज्यों में आंशिक लॉकडाउन और कर्फ्यू लागू दिया है. इससे पिछले एक सप्ताह में रोजमर्रा की चीजें महंगी हो रही हैं.

खुदरा बाजार में दालों की कीमतों में अरहर, मसूर,चना दाल, उड़द की दाल में दस रुपये किलो तक वृद्धि हुई है. आने वाले दिनों में और इजाफा होने के आसार हैं, क्‍योंकि‍ दाल मुख्‍य रूप से मध्‍य प्रदेश, राजस्‍थान और यूपी से बिहार के मंडियों में आता है. आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल के मुकाबले दाल की कीमत 40 रुपये से अधिक बढ़ी है.

खाद्य तेल की कीमतों में भी जबर्दस्त वृद्धि का रुझान है. सरसों और वनस्पति की कीमत दस रुपये प्रति लीटर बढ़े है. वहीं, रिफाइन में यह इजाफा 15 रुपये प्रति लीटर तक है. राजधानी पटना में शनिवार को सरसों का तेल 150-155 रुपये पर पहुंच गया, जबकि एक सप्ताह पहले तेल की कीमत 140 रुपये प्रति लीटर थी.

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रिफाइन के दाम 140 से बढ़कर 150 रुपये प्रति लीटर हो गया है. गेहूं के आटा और चावल की कीमत अभी स्‍थिर है. गली-मुहल्लों में खुली किराना की दुकानों पर भी ज्यादा सामान की कीमतों में उछाल है. दाल और तेल के दाम 15 फीसदी बढ़ा दिये हैं. इससे उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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