बिहार में दूसरे राज्यों से हायर हो रहे हैं साइबर अपराध के एक्सपर्ट, एक युवती सहित 18 धराये
Bihar News: पकड़े गये लोगों में साइबर ठगों का सरगना कर्नाटक का वेंकटेश भी शामिल है. पुलिस ने बताया कि कर्नाटक के 15 लोगों ऑन लाइन काम देने के नाम पर मोहनिया बुलाया गया था, ताकि वे दक्षिण भारतीय लोगों को अपनी भाषा में बात कर उनसे बड़ी रकम ठग सकें.
Bihar News: भभुआ. बिहार के साइबर अपराधियों ने अपने नेटवर्क का इतना विस्तार कर लिया है कि वे अब पैसा देकर दूसरे राज्यों से साइबर ठगी के एक्सपर्ट को बुला रहे हैं. ऐसा ही मामला कैमूर में सामने आया है. कैमूर के साइबर थाने की पुलिस ने ऑनलाइन लोन देने के नाम पर हर रोज लाखों की ठगी करने वाले कर्नाटक के 15 साइबर अपराधियों समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया है.
नालंदा के कौशल ने की थी सारी व्यवस्था
पकड़े गये लोगों में साइबर ठगों का सरगना कर्नाटक का वेंकटेश भी शामिल है. पुलिस ने बताया कि कर्नाटक के 15 लोगों ऑन लाइन काम देने के नाम पर मोहनिया बुलाया गया था, ताकि वे दक्षिण भारतीय लोगों को अपनी भाषा में बात कर उनसे बड़ी रकम ठग सकें. उन्हें रहने के लिए जगह सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी थीं. यह व्यवस्था नालंदा के कतरीसराय के कौशल ने की थी, जो अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है.
दो दर्जन से अधिक साइबर ठग जुड़े हैं गिरोह से
वेंकटेश और कौशल ही इस गिरोह के मुख्य सरगना थे. इनके अधीन करीब दो दर्जन लड़के काम कर रहे थे, जिनमें से 18 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार लोगों में एक महिला भी शामिल है. उनके पास से 41 मोबाइल, 34 सिम के अलावा सात एटीएम कार्ड भी बरामद किया गया है.
ज्यादातर कर्नाटक के लोग बनाये जाते थे शिकार
यह गिरोह मोहनिया के बुद्धा कॉलोनी में बैठकर कर्नाटक के लोगों के साथ ठगी करता था. उक्त जानकारी सोमवार को प्रेसवार्ता कर एसपी ललित मोहन शर्मा ने दी. एसपी ने बताया कि पोर्टल पर यह लगातार शिकायत मिल रही थी कि मोहनिया से साइबर अपराधियों द्वारा ऑनलाइन लोन देने के नाम पर प्रतिदिन लाखों रुपये की ठगी की जा रही है. उक्त शिकायत पर साइबर थाने के थानेदार डीएसपी अनिकेत कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए काम करना शुरू किया.
कन्नड़ जानने वाले 15 लड़कों को बुलाया था बिहार
लगभग एक महीने तक इन अपराधियों की सारी जानकारी पता करने के बाद उन्हें मोहनिया के बुद्धा कॉलोनी से पकड़ लिया गया है. एसपी ने बताया कि कतरीसराय के कौशल ने कर्नाटक के वेंकटेश से संपर्क कर कन्नड़ जानने वाले 15 लड़कों को बिहार बुलाया था. मोहनिया के बुद्धा कॉलोनी में उन्हें कर्नाटक में ऑनलाइन ऐड देकर व फोन कॉल कर ठगी करने के काम में लगाया गया था. ये लोग पहले कन्नड़ भाषा में ऑनलाइन लोन देने का विज्ञापन देते थे. जो लोग लोन लेने के इच्छुक होते थे, उनसे वे उनका डाटा जैसे फोन नंबर व नाम-पता आदि ले लेते थे. इसके बाद लोन की प्रोसेसिंग फीस के नाम पर लाखों रुपये की ठगी कर ली जाती थी.
दो हफ्ते में हो जाती थी 64000 रुपये की कमाई
रविवार को साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए गठित टीम द्वारा जब मोहनिया के बुद्धा कॉलोनी में छापेमारी की गयी, तक कुछ लोग फोन पर बात कर रहे थे. पुलिस को देखकर सभी भागने का प्रयास करने लगे. पुलिस द्वारा घेराबंदी कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. पकड़े गये लोगों में से एक ने बताया कि इस काम में हम लोग को बहुत पैसा मिलता है. दो हफ्ते में 64000 की कमाई हो जाती थी.
Also Read: Bihar Land Survey: नाकाफी रही ट्रेनिंग, सरकार सर्वे कर्मियों को अब देगी कैथी लिपि की किताब
अब तक पांच करोड़ रुपये से अधिक का फ्रॉड
प्रेस वार्ता के दौरान एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि सभी एटीएम कार्ड व सिम कार्ड व बैंक खाताें की जांच की जा रही है. अभी तक लगभग पांच करोड़ से अधिक का फ्रॉड इन साइबर अपराधियों द्वारा जा चुका है.