बिहार में डबल एडमिशन का पर्दाफाश, 3.5 लाख विद्यार्थियों की अब खैर नहीं, होगी कार्रवाई…
Bihar News: बिहार के तीन लाख 52 हजार 600 छात्रों के दोहरे एडमिशन का भंडाफोड़ हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक एक लाख 76 हजार 300 ऐसे विद्यार्थी हैं. जिनके नाम सरकारी के साथ ही प्राइवेट स्कूलों में भी हैं. फिलहाल इन सभी बच्चों को सरकारी योजनाओं के किसी भी तरह का लाभ नहीं दिया जाएगा.
Bihar News: बिहार के तीन लाख 52 हजार 600 छात्रों के दोहरे एडमिशन का भंडाफोड़ हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक एक लाख 76 हजार 300 ऐसे विद्यार्थी हैं. जिनके नाम सरकारी के साथ ही प्राइवेट स्कूलों में भी हैं. सभी डीईओ को इसकी सूचना देकर उन्हें शीघ्र सुधार की चेतावनी दी गयी है. फिलहाल इन सभी बच्चों को सरकारी योजनाओं के किसी भी तरह का लाभ नहीं दिया जाएगा. हद तो तब हो गई जब दोनों स्कूलों में कई बच्चों की कक्षाएं भी भिन्न पायी गयी.
सबसे अधिक मधुबनी में 19,200, सीतामढ़ी में 18,490, तो सबसे कम शेखपुरा में 2,006, किशनगंज में 2,794 विद्यार्थियों का दोहरा नामांकन का खुलासा हुआ. ऐसे में प्रबल संभावना है कि ये बच्चे दोनों स्कूलों से सरकारी योजनाओं का लाभ लेते थे. जानकारी के मुताबिक कुछ साल पहले तक एक ही छात्र के नाम पर दो या दो से अधिक स्कूलों के माध्यम से राशि की भी हेर फेर की जाती थी.
एक ही बच्चा का नामांकन सरकारी और प्राइवेट दोनों में
इस संबंध में बीईपीसी के प्रशासी पदाधिकारी शाहजहां ने बताया कि स्कूल वार बच्चों की संख्या की सूची उपलब्ध कराते हुए सुधार के लिए सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजा गया है. हर हाल में दोहरा एडमिशन को शून्य करने का आदेश दिया गया है. फिलहाल, दोहरे नामांकित बच्चे डीबीटी ( डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से उपलब्ध कराये जाने वाले लाभ से वंचित रहेंगे. इसकी पूरी जिम्मेदारी डीईओ की होगी.
कैसे हुआ पर्दाफाश
बता दें कि 27 सितंबर को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ई-शिक्षाकोश पोर्टल की समीक्षा की थी. इसी क्रम में दोहरे नामांकन का खुलासा हुआ है.
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आधार कार्ड से मिलान के बाद खुलासा
ई-शिक्षाकोश पोर्टल पर सूबे के सरकारी, अनुदानित व मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में अध्ययनरत सभी बच्चों की विवरणी आधार नंबर के साथ इंट्री करने को आदेश दिया गया था. लेकिन, बिना आधार कार्ड वाले बच्चों की काफी संख्या को देखते हुए बाद में उनके नाम भी पोर्टल पर अपलोड करने को कहा गया. जिसके बाद समीक्षा के क्रम में डबल एडमिशन का मामला सामने आया.
किस जिला में कितना डबल एडमिशन?
मधुबनी 19,208, सीतामढ़ी 18,490, दरभंगा 18,344, मुजफ्फरपुर 15,774, समस्तीपुर 15,026, बेगूसराय 14,704, सारण 14,636, गया 14,420, वैशाली 14,116, पूर्णिया 13,854, पूर्वी चंपारण 13,562, अररिया 11,168, सुपौल 11,126, सीवान 10,648
कटिहार 10,292, मधेपुरा 10,254, नवादा 9,456, पटना 9,202, नालंदा 8,274, रोहतास 6,630, भागलपुर 6,348, औरंगाबाद 6,046, भोजपुर 5,250, बक्सर 4,876, गोपालगंज 4,270, कैमूर 4,184, मुंगेर 3,944, शिवहर 3,254, अरवल 2,952, जहानाबाद 2,914, किशनगंज 2,794 शेखपुरा 2,006
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