Bihar News: पटना. बिहार राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद (एसआइपीबी) ने मंगलवार को हुई बैठक में 62 यूनिट को प्रथम क्लीयरेंस दिया है. इन यूनिटों में 2347.47 करोड़ रुपये के निवेश की संभावना है. विकास आयुक्त की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में 45 यूनिटों को वित्तीय क्लीयरेंस दिये गये हैं. इन यूनिटों में कंपनियां राज्य में 868.69 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही हैं. राज्य में निवेश को आयी कंपनियों को बोर्ड के समक्ष अपना प्रस्ताव सौंपना होता है. बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव की समीक्षा की जाती है. प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद उसे जमीन पर उतारने की प्रक्रिया आरंभ होती है.
45 यूनिट को वित्तीय क्लीयरेंस
विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिन कंपनियों को क्लियरेंस दिये गये हैं, उनमें जेके सीमेंट, एसजेपीबी हथुआ चीनी और बायो रिफाइनरी, ब्रिटानिया, पटेल एग्री मुजफ्फरपुर जैव ईंधन, इकोरैप और पॉलीप्लास्ट आदि उल्लेखनीय हैं. खास बात यह है मंगलवार को हुई इस बैठक में जिन 45 यूनिट को वित्तीय क्लीयरेंस दिये गये हैं, अब वह निवेश कुछ ही दिनों में जमीन पर उतरना शुरू हो जायेगी.
अब तक 4747 करोड़ के निवेश को क्लियरेंस
आधिकारिक जानकारी के अनुसार वर्तमान वित्तीय वर्ष में एसआइपीबी 243 उद्यम लगाने के लिए प्रथम क्लीयरेंस दे चुकी है. इन यूनिटों में 4646.57 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावित हैं. इसके अलावा इस बैठक में 147 यूनिट को फाइनेंशियल क्लीयरेंस दिया गया. इसमें 1723.84 करोड़ के निवेश संभावित हैं. जानकारी के अनुसार इससे पहले दो जुलाई को बिहार राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद की 56वीं बैठक हुई थी.
1315 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को पहले मंजूरी
इसके पहले जुलाई में हुई निवेश प्रोत्साहन पर्षद की बैठक में 23 प्रस्तावों पर मुहर लगाते हुए 1315 करोड़ रुपये के संभावित प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी है. इसी बैठक में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश को आये प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गयी. इसके तहत 213 करोड़ रुपये के प्रथम क्लीयरेंस पर सहमति बनी. साथ ही 13 अन्य प्रस्तावों पर भी 182.40 करोड़ रुपये के संभावित निवेश प्रस्तावों को बैठक में मंजूरी दी गयी है.