हार्ट अटैक से पटना जू के शेर ‘शेरू’ की मौत, कोरोना जांच के लिए भेजा गया सैंपल

हार्ट अटैक से पटना जू के शेर शेरू की सोमवार को महज साढ़े सात साल की उम्र में मौत हो गयी. जू के निदेशक अमित कुमार ने शेर को पूरी तरह स्वस्थ बताया था जबकि सूत्रों की मानें तो रविवार दोपहर से शेर सुस्त दिख रहा था और खाना लेना छोड़ दिया था. इसके बाद जू प्रशासन के आग्रह पर शेर के इलाज के लिए वहां वेटनरी कॉलेज की मेडिकल टीम पहुंची.

By Prabhat Khabar News Desk | November 24, 2020 7:54 AM

हार्ट अटैक से पटना जू के शेर शेरू की सोमवार को महज साढ़े सात साल की उम्र में मौत हो गयी. जू के निदेशक अमित कुमार ने शेर को पूरी तरह स्वस्थ बताया था जबकि सूत्रों की मानें तो रविवार दोपहर से शेर सुस्त दिख रहा था और खाना लेना छोड़ दिया था. इसके बाद जू प्रशासन के आग्रह पर शेर के इलाज के लिए वहां वेटनरी कॉलेज की मेडिकल टीम पहुंची.

शाम में डॉक्टरों ने की थी जांच

टीम में शामिल वहां के सहायक प्रोफेसर डॉ. रमेश तिवारी ने कहा कि रविवार शाम को जब वे पहली बार देखने पहुंचे थे तो शेर अधिक बीमार नहीं दिख रहा था. केवल उसमें सुस्ती दिखी. शेर के अटेंडेंट व अन्य लोगों ने एक दिन पहले तक उसके पूरी तरह स्वस्थ और सक्रिय रहने की भी जानकारी दी. उन्होंने उसे एंटीबायोटिक देने का सुझाव दिया और सोमवार को उसके खून का सैंपल लेने की बात कही.

सेप्टीसिमिया शॉक से हुआ हार्ट अटैक

इससे पहले कि शेर के रोग की जांच होती सोमवार सुबह उसकी हालत बिगड़ गयी. सूचना पाकर वे दोबारा जू के पशुचिकित्सक के साथ सुबह 6.30 बजे जू पहुंचे लेकिन काफी प्रयासों के बावजूद शेर को बचाया नहीं जा सका. प्रथम दृष्टया शेर की मौत की वजह सेप्टिसिमिया शॉक से हुआ हार्ट अटैक बताया जा रहा है. जू के पशु चिकित्सक सहित बिहार वेटनरी कॉलेज की पांच सदस्यीय टीम की उपस्थिति में मृत शेर का पोस्टमार्टम कराया गया. उसके बाद दोपहर 12.30 बजे जू के अस्पताल परिसर में ही उसे जला दिया गया.

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कोरोना की जांच के लिए भेजा गया सैंपल

मृत्यु के कारणों की जांच के लिए उसके विभिन्न अंगों यथा लीवर, किडनी, हार्ट, स्पीलन के नमूने बिहार वेटनरी कॉलेज के साथ साथ आइवीआरआइ इजज्त नगर, बरेली भी भेजा गया है. साथ ही नाक और श्वास की नली से स्वाब लेकर भी पैक किये गये और दोनों संस्थानों में भेजे गये हैं ताकि कोरोना की जांच हो सके.

शेरू की मां भी अचानक पायी गयी थी मृत

शेरू की मां भी कई साल पहले अचानक अपने इनक्लोजर में मृत पायी गयी थी. उसके पशुपालक ने उस समय बताया था कि सोने के समय तक वह पूरी तरह स्वस्थ थी, लेकिन सुबह में अपने इनक्लोजर में मृत पायी गयी. डॉ रमेश तिवारी ने उस घटना को याद करते हुए कहा कि रात में सेप्टिसिमिया के अटैक के कारण अचानक उसकी भी मौत हो गयी थी.

सेप्टीसिमिया में खून में हो जाती है ऑक्सीजन की कमी

सेप्टीसिमिया घातक इंफेक्शन लगने के कारण होता है. इसमें खून में मौजूद हीमोग्लोबिन नष्ट होने लगता है जिससे उसके अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने की क्षमता कम हो जाती है. ऑक्सीजन की कमी से बारी बारी से शरीर के अलग अलग अंग काम करना बंद कर देते हैं जिसकी अंतिम परिणति दिल की धड़कन बंद होने (कार्डियक अरेस्ट) में होती है.

Posted by: Thakur Shaktilochan

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