Bihar News: नीति आयोग को पसंद आया बिहार सरकार का प्रस्ताव, अब बदलेगी इन जिलों की सूरत

Bihar News: बिहार में अभी आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत पांच क्षेत्रों स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास और आधारभूत संरचना पर काम हो रहे हैं.

By Ashish Jha | December 18, 2024 9:17 AM

Bihar News: पटना. बिहार को नीति आयोग से इस बार बड़ा तोहफा मिला है. नीति आयोग को बिहार की ओर से गया हर प्रस्ताव पसंद आया है. नीति आयोग ने बिहार के सभी प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है. नीति आयोग से इन प्रस्तावों को मंजूरी मिलने के बाद अब बिहार के पिछड़े जिलों की सूरत बदलने वाली है. नीति आयोग ने बिहार सरकार द्वारा पिछड़े जिलों को लेकर भेजे गए सभी प्रस्तावों पर अपनी मुहर लगा दी है. योजना एवं विकास विभाग की बैठकमें मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने इसकी जानकारी दी है.

इन जिलों में लागू होगी योजनाएं

बिहार में अभी आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत पांच क्षेत्रों स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास और आधारभूत संरचना पर काम हो रहे हैं. इसके तहत राज्य के कुल 13 जिलों अररिया, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, गया, जमुई, कटिहार, खगड़िया, मुजफ्फरपुर, नवादा, पूर्णिया, शेखपुरा और सीतामढ़ी शामिल हैं. मुख्य सचिव ने विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिलों के डीएम के साथ हुई इस बैठक में योजनाओं की ताजा स्थिति की जानकारी ली गई. बैठक में मौजूद योजना एवं विकास विभाग के प्रधान सचिव के सेंथिल कुमार ने विभिन्न योजनाओं की जानकारी विस्तार से दी.

जमीन की कमी को दूर करने का निर्देश

मुख्य सचिव ने पंचायत सरकार भवन निर्माण योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायक भत्ता योजना की समीक्षा की. बिहार में विभाग की तरफ से करीब दो हजार पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा रहा है. जमीन की कमी के कारण कुछ जिलों में समस्या आ रही है. ऐसे में मुख्य सचिव ने संबंधित जिलों के डीएम को समस्या को दूर करने का निर्देश जारी किया है. इस दौरान मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना की भी समीक्षा की गई. इसको लेकर भी कई तरह के निर्देश दिए गए हैं.

मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का प्रसार हो

मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना की समीक्षा के दौरान योजना एवं विकास विभाग के प्रधान सचिव ने निर्देश दिया कि लक्ष्य के विरुद्ध आवेदन प्राप्त करने के लिए जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र के स्तर से जिला, प्रखंड, पंचायत, वार्ड, शैक्षणिक संस्थानों में व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए कैम्प लगाकर सघन काउंसिलिंग कराना सुनिश्चित किया जाए. साथ ही ड्रॉप आउट की समस्या के सामाधान के लिए लाभार्थियों से संपर्क कर इसको कम करने की कोशिश करेंगे. इसके लिए युवा निश्चय मोबाइल एप और विभागीय वेबसाइट की सहायता ली जा सकती है.

Also Read: Bihar News: लालू यादव पर संजय झा का बड़ा हमला, बोले- नीतीश कुमार को अफगानिस्तान जैसा मिला बिहार

Next Article

Exit mobile version