राष्ट्रीय जनता दल हालिया विधानसभा चुनाव में अपने हारे प्रत्याशियों से हार का कारण पूछ रहा है. हालांकि, वह विभिन्न स्तरों पर भी हार की समीक्षा कर रहा है. फिलहाल राजद आलाकमान पूरी तरह गंभीर है. दरअसल राजद विभिन्न स्तर पर समीक्षा कर अपनी उन कमियों को दूर करना चाहता है ताकि आगामी किसी भी चुनाव में फिर पराजय न भुगतनी पड़े.
पार्टी के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक प्रत्याशियों की पुख्ता रिपोर्ट पर ही राजद ने हार का कारण बने दो जिला अध्यक्षों समेत करीब 120 से अधिक पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. हार की समीक्षा जारी है. कुछ और पदाधिकारियों पर गाज गिरायी जा सकती है.
विशेष बात यह है कि अधिकतर कार्रवाई उन पदाधिकारियों पर की गयी है, जो राजद के कोर वोटर माने जाते हैं. उदाहरण के लिए सीतामढ़ी के हटाये गये जिला अध्यक्ष मुस्लिम और दरभंगा के जिला अध्यक्ष यादव थे. इस तरह पार्टी अनुशासनहीनता पर कोई समझौता करने के मूड में नहीं है.
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पार्टी आलाकमान ने हार पर चिंतन के लिए एक अलग से उच्च स्तरीय समिति भी गठित की है. जिसकी रिपोर्ट संभवत: दिसंबर के अंतिम सप्ताह में आने जा रही है. पार्टी के प्रांतीय वरिष्ठ प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बताया कि पार्टी विभिन्न माध्यमों से हार की समीक्षा कर रही है. समीक्षा में हारे प्रत्याशियों से विशेष रूप से पूछा जा रहा है कि वे हार का कारण क्या मानते हैं. बाद में उनके बताये गये वजहों की समीक्षा भी की जाती है.
Posted By: Thakur Shaktilochan